इंदौर के युवक ने यात्रीगृह के कमरा नं. 9 में फांसी लगाकर की आत्महत्या

कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था, परिजन बोले-कारण नहीं पता
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। इंदौर का युवक 9 अप्रैल को बाइक से उज्जैन आया और हरसिद्धि मंदिर के पास यात्रीगृह कमरा नं. 9 में ठहरा था। अगले दिन उसे चेकआउट करना था लेकिन कमरे का दरवाजा नहीं खुला। संचालक ने इसकी सूचना महाकाल थाने पर दी। पुलिस ने धक्का देकर दरवाजा खोला तो देखा युवक फांसी के फंदे पर लटका था। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पीएम कराया।
पुलिस ने बताया कि समाजवाद नगर इंदौर निवासी 46 वर्षीय दीपक पिता राजाराम साहू कपड़ा फैक्ट्री में काम करता था। वह अपनी बाइक से 9 अप्रैल को हरसिद्धि मंदिर के पास योगीपुरा स्थित यात्रीगृह में ठहरा था। उसने कर्मचारियों से कहा कि उज्जैन दर्शन करने आया है और अगले दिन चेकआउट करेगा। 10 अप्रैल की दोपहर 1 बजे तक उसके रूम का दरवाजा नहीं खुला। यात्रीगृह के राजू उर्फ राजेन्द्र पिता मोहन सिंह ने महाकाल थाने पर इसकी सूचना दी। पुलिस ने यहां पहुंचकर दरवाजा खोलकर देखा दीपक फांसी के फंदे पर लटका था। उसने पंखे की खूंटी पर रस्सी से फांसी लगाई थी। शव को फंदे से उतारकर पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। उसके कपड़ों से मिले आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल से शिनाख्त के बाद परिजन को पुलिस ने सूचना दी। परिजन ने पुलिस को बताया कि दीपक के दो बच्चे हैं। उसने किन कारणों के चलते आत्महत्या की इसकी जानकारी नहीं है।