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6 साल के बच्चे के बाद अब 7 साल की बच्ची को स्ट्रीट डॉग ने बनाया निशाना

मासूम पर लपका गली का कुत्ता, नोंचा और खींचता हुआ ले गया, बुरी तरह सिर फटा

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शहर से गांव तक फैला आवारा कुत्तों का खौफ, हर किसी को बना रहे शिकार

 

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। शहर तो ठीक अब गांव में भी कुत्तों का आतंक बढऩे लगा है। कल नेहरू नगर में रहने वाले 6 साल के बच्चे को गली के कुत्ते ने नोंच लिया था। आज घट्टिया तहसील के एक गांव में कुत्ते ने मासूम बच्ची को निशाना बनाया। कुत्ता बच्ची पर इस तरह लपका कि उसका बुरी तरह सिर फट गया। गंभीर हालत में उसे चरक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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कोयलखेड़ी में रहने वाले माखन ने बताया कि उसकी 7 वर्षीय भतीजी रिषिका पिता सौदान सहेलियों के साथ घर के बाहर खेल रही थी। शाम करीब 5 बजे उस पर गली का कुत्ता लपका। कुत्ते से बचने के लिए रिषिका ने दौड़ लगाई, लेकिन वह हमले से बच न सकी। कुत्ते ने उसका पीछा किया। रिषिका गिर गई और कुत्ता उसे खींचता हुआ ले गया।

शोर सुनकर आसपास के लोग आए। उन्होंने कुत्ते को भगाया। तब तक कुत्ते ने रिषिका के चेहरे व सिर में काटकर गंभीर घाव कर दिए थे। माखन ने बताया कि वह रिश्तेदार भेरूलाल के साथ बाइक पर घायल बच्ची को लेकर घट्टिया के सरकारी अस्पताल गया। यहां डॉक्टर ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए चरक अस्पताल रैफर कर दिया। दोनों रिषिका को बाइक से चरक अस्पताल लाए।

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सिर से खून बंद नहीं हो रहा था
माखन ने बताया कि कुत्ते का हमला इतना खतरनाक था कि रिषिका के सिर से खून बंद नहीं हो रहा था। उसके सिर पर कपड़े लगाते हुए चरक अस्पताल तक लाए। यहां डॉक्टर ने बच्ची की हालत देखी और तत्काल नर्सिंग स्टाफ को ड्रेसिंग के निर्देश दिए। ड्यूटी कम्पाउंडर राकेश पाठक ने बताया कि परिजन जब रिषिका को लाए उसकी हालत गंभीर थी। सिर के गंभीर घाव में 6 टांके लगाना पड़े। चेहरे पर भी कुत्ते ने काटा व नोंचा था।

माता-पिता राजस्थान गए

रिषिका गरीब परिवार की बच्ची है। दूसरी कक्षा में पढ़ती है। उसके पिता सौदान व मां पूजाबाई मजदूरी करने राजस्थान गए हैं। वह गांव में अपने चाचा के पास रहकर पढ़ाई कर रही है। माखन ने बताया कि बच्ची को गंभीर चोंटे आने से इतने घबराए थे कि उसके माता पिता को क्या जवाब देंगे। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है।

बच्चों को कुत्तों से दूर रखें

ठंड के मौसम में कुत्तों का आतंक बढ़ जाता है। वे न सिर्फ काटते हैं बल्कि खून देखकर नरभक्षी जैसे भी हो जाते हैं। कई केस ऐसे देखे गए हैं जिसमें कुत्तों ने लोगों को अपना निशाना बनाया है। इसलिए अपने बच्चों को जितना हो सके कुत्तों से दूर रखा जाए। खासतौर पर सूर्यास्त के बाद कुत्तों पर नजर रखें। घर के बाहर खेलते समय परिजन बच्चों के साथ रहें।-डॉ. प्रकाश उपाध्याय पूर्व मेडिकल ऑफिसर

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