मोहन सरकार के दो साल पूरे ….मप्र ने विकास के हर क्षेत्र में हासिल की ऐतिहासिक उपलब्धियां

ऐतिहासिक निर्णय और नीतियों से प्रदेश में परिवर्तन का नया दौर
भोपाल। सीएम डॉ. मोहन यादव ने बतौर मुख्यमंत्री शुक्रवार को दो साल पूरे कर लिए। ये दो साल प्रदेश के लिए ऐतिहासिक रहे। कृषि क्षेत्र के लिए पहचाने जाने वाले मध्यप्रदेश ने औद्योगिक कीर्तिमान रचे और करोड़ों रुपए का निवेश देश और विदेश से हासिल किया। इसकी वजह से रोजगार के रास्ते तेजी से खुल रहे हैं।
इतना ही नहीं कृषि क्षेत्र को मजबूती देने के लिए सरकार ने सिंचाई की कई योजनाओं को शुरू किया। इसके अच्छे नतीजे दिखाई दे रहे हंै। यादव की पहल पर ही देश की पहली नदी जोड़ो योजना केन-बेतवा शुरू हुई है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि प्रदेश में परिवर्तन का नया दौर आ गया है।
लाउडस्पीकर पर रोक, चेक पोस्ट बंद
किसानों के लिए भावांतर योजना शुरू की।
विश्व विद्यालयों के कुलपति को कुलगुरु का सम्मानजनक नामकरण।
पुलिस बैंड को प्रोमोट।
खुले में मांस के वितरण पर रोक।
धार्मिक स्थल और अन्य स्थलों में निर्धारित मापदंड के अनुरूप ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग।
परिवहन चैक पोस्ट बंद।
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहन राशि।
सडक़ दुर्घटना पीडि़तों को समय पर उचित उपचार दिलाने राहगीर योजना शुरू की।
परिवहन विभाग की सेवाओं को ऑनलाइन करने सारथी पोर्टल।
हर किसान के खेत में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर किसानों को ऊर्जादाता बनाया।
शौर्य संकल्प योजना में प्रदेश में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह के लिए अलग से बटालियन का गठन किया।
प्रदेश में भारी निवेश का रास्ता खोला
बदनावर में पीएम मित्र पार्क।
मुरैना में सोलर प्लस स्टोरेज परियोजना-ग्रीन ऊर्जा उत्पादन एवं स्टोरेज की नई राह खोली।
मुहासा-बाबई प्रोजेक्ट
केन-बेतवा लिंक परियोजना को मंजूरी।
पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी परियोजना को मंजूरी।
ताप्ती बेसिन मेगा रीचार्ज
परियोजना के लिए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र सरकार के बीच एमओयू साइन किया।
रायसेन जिले में रेल कोच फैक्ट्री स्थापित की।
उज्जैन में प्रदेश की पहली मेडिसिटी एवं शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय।
रातापानी सैंचुरी को टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया।
पीएमश्री एयर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत।
भोपाल-इंदौर को मेट्रोपॉलिटिन सिटी घोषित किया।
5 नवीन एयरपोर्ट का संचालन शुरू किया।
साइबर तहसील शुरू ई-चैकगेट बनाए…
निवेश के लिए संभागीय स्तर पर इंडस्ट्री कॉन्क्लेव।
सेक्टरवार इंडस्ट्री कॉन्क्लेव।
दस्तावेजों के पंजीयन एवं ई-स्टाम्पिंग के लिए संपदा-2.0 का शुभारंभ।
अवैध खनिज परिवहन नियंत्रण के लिए 41 ई-चेकगेट की स्थापना। प्रदेश की सभी खदानों को किया जियो टैग।
राजस्व प्रकरणों के ऑनलाइन निराकरण के लिए साइबर तहसील व्यवस्था शुरू।
धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व तथा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना को उज्जैन स्थानान्तरित कर, सिंहस्थ मेला कार्यक्रम उज्जैन में संचालित करना।
श्रीकृष्ण लीलाओं से जुड़े सभी तीर्थ स्थलों को जोडक़र श्रीकृष्ण पाथेय निर्माण की कार्रवाई शुरू। श्रीकृष्ण पाथेय न्यास का गठन।
विक्रमोत्सव के तहत देशभर में विक्रमादित्य महानाटय की प्रस्तुति।
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