मुख्तारनामा लिखाने के बाद धोखे से कराई वकील ने मकान की रजिस्ट्री

पत्नी और बेटे के साथ वकील गिरफ्तार, पुलिस ने लिया रिमांड पर
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। मुख्तारनामा लिखाने के बाद एक वकील ने धोखे से मकान की रजिस्ट्री करा ली। उसके बदले मकान मालिक से लाखों रुपए लिए और बाद में नामांतरण के समय आपत्ति लगा दी। शिकायत के बाद नीलगंगा थाना पुलिस ने वकील व उसकी पत्नी व बेटे को गिरफ्तार किया। वकील पुलिस रिमांड पर है।
टीआई तरूण कुरील ने बताया कि विद्यापति नगर में रहने वाले सतीशचंद्र जैन ने थाने में शिकायती आवेदन दिया था जिसमें लिखा था कि उसने 4 दिसंबर 2023 को परिचित वकील कमल सिंह पंवार निवासी मंछामन कालोनी से 16 लाख रुपए उधार मांगे। कमल सिंह ने रुपयों के बदले केनरा बैंक दशहरा मैदान शाखा के 4 ब्लैंक चेक दिए और एक हजार के स्टाम्प पर मेरे स्वामित्व का भवन विद्यापति नगर कालोनी का विक्रय अनुबंध पत्र 34 लाख 50 हजार का मुख्तारनामा अपने पुत्र अजय सिंह पंवार के नाम लेख करा लिया। इसके बाद कमल सिंह ने 20 लाख रुपए उधार दिए।
6 जून 2024 को उधार लिये रुपयों में से 15 लाख 75 हजार रुपए और 10 प्रतिशत ब्याज की राशि 8 लाख रुपए लौटा दिए, कमल सिंह से चैक और मुख्तारनामा वापस मांगा तो नहीं दिए। 20 जून को कमल सिंह ने अपने पुत्र अजय के नाम कराए मुख्तारनामा से रजिस्ट्रार कार्यालय में रजिस्ट्री अपने नाम करा ली। जानकारी लगने पर कमल सिंह से कारण पूछा तो उसने गुंडों के माध्यम से 60 लाख रुपए की मांग रखी। मकान वापस लेने के लिए जेवरात बेचकर कुछ रुपए बैंक खाते से निकालकर 34 लाख 53 हजार रुपए कमल सिंह को दिए साथ ही तीन चैक भी सौंपे। कमल सिंह ने 7 अक्टूबर 2024 को मकान की रजिस्ट्री वापस मेरे नाम करा दी लेकिन 22 अक्टूबर को भवन का नामांतरण कराने नगर निगम झोन 6 पहुंचा तो कमल सिंह ने आपत्ति दर्ज करा दी। इस तरह वकील कमल सिंह पंवार, उसके बेटे अजय सिंह और पत्नी राधा पंवार ने धोखाधड़ी की।
एक दिन और बढ़ाया रिमांड
टीआई कुरील ने बताया कि कमल सिंह पंवार को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया था, उसकी पत्नी व बेटे को जेल भेजा था। पूछताछ में सहयोग नहीं करने के कारण उसे दुबारा रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।