नाराज विद्यार्थियों ने कुलसचिव कार्यालय के बाहर किया प्रदर्शन

नैक की ए ग्रेड रखने वाले पाणिनि संस्कृत और वैदिक विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एक सप्ताह से प्यासे

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

आंदोलन के बाद चालू करवाई मोटर

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महर्षि पाणिनि संस्कृत एवं वैदिक विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का गुस्सा सोमवार को फट पड़ा। विवि के टॉयलेट में पानी नहीं आने और पीने की पानी की समस्या को लेकर उन्होंने कुलसचिव कार्यालय के बाहर धरना दे दिया। करीब दो घंटे तक चले प्रदर्शन का हल यह निकला कि ताबड़तोड़ बोरिंग की मोटर चालू करवाई गई।

दरअसल विश्वविद्यालय परिसर में करीब छह महीने से पानी की समस्या चल रही है। पहले पीने के पानीे के लिए कैंपर मंगवाए जाते थे, लेकिन बाद में किन्ही कारणवश इस सुविधा को बंद कर दिया। ऐसे में विवि के बोर से ही पानी की सप्लाई की जाने लगी। यहीं से समस्या शुरू हुई। अध्ययनरत विद्यार्थियों को करीब एक सप्ताह से पानी नहीं मिला, ऐसे में वह परेशान होने लगे। सोमवार को उनकी नाराजगी बढ़ गई और उन्होंने धरना देना तय कर लिया।

तीन पाठयक्रम के 100 से ज्यादा विद्यार्थी धरने पर बैठे

विश्वविद्यालय के तीन पाठयक्रम शास्त्री(बीए ), शिक्षा शास्त्री (बीएड)और आचार्य (एमए) के 100 से अधिक विद्यार्थी धरने पर बैठे। इनका कहना था कि कुलसचिव डॉ . दिलीप सोनी की मनमानी से परेशानी हो रही है। उनके ही आदेश से कैंपर बंद किए गए। पंचवटी प्रशासनिक परिसर में बैठकर विद्यार्थियों ने विरोध किया। शास्त्री डिग्री के छात्र शिवम ने बताया कि एक सप्ताह से पीने और टॉयलेट में पानी नहीं है। बाहर से आए कई छात्र किराए के मकानों में रहकर अध्ययन कर रहे हैं, ऐसे में विश्वविद्यालय में पानी की यह समस्या गंभीर बन गई है।

छात्रों का कहना है कि कई बार अधिकारियों और शिक्षकों को स्थिति से अवगत कराया गया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। साथ ही, विश्वविद्यालय में अधिकांश विषयों के शिक्षक भी नहीं हैं, जिससे पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।

कुलसचिव बोले- मोटर नहीं चलने से हुई समस्या

इस संबंध में कुलसचिव डॉ. दिलीप सोनी ने बताया कि विश्वविद्यालय के बाहर फोरलेन का काम चल रहा है। इस वजह से बिजली लाइन में बार-बार फॉल्ट आ रहा है। वोल्टेज के उतार-चढ़ाव के कारण बोरिंग की मोटर का स्र्टाटर खराब हो गया था और इस वजह से पानी सप्लाई नहीं हो पा रहा था। इसे ठीक करवाकर पानी चालू करवा दिया है। फिलहाल कैंपर की जरूरत नहीं है, क्योंकि बोरिंग में पर्याप्त पानी है। बस दिक्कत बिजली की है, यह भी जल्दी ही ठीक हो जाएगी।

अतिथि विद्वान की नियुक्ति जल्दी ही
कुलसचिव ने बताया कि अतिथि विद्वान पद पर नियुक्ति की प्रोसेस चल रही है। विज्ञापन जारी कर दिया है। २८-२९ जुलाई आवेदन की अंतिम तारीख है। आवेदन मिलते ही सिलेक्शन की प्रोसेस कर ली जाएगी।

Related Articles

close