Friday, December 1, 2023
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विक्रम विवि के सामने एक और संकट

लोकायुक्त ने भुगतान मामले में 15 बिंदुओं पर मांगी जानकारी

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: पीएचडी प्रवेश परीक्षा कांड में लोकायुक्त का सामना कर रहे विक्रम विश्वविद्यालय के सामने एक और संकट खड़ा हो गया है। अतिथि विद्वान को नियम विरूद्ध मानदेय का भुगतान करने के मामले में लोकायुक्त ने विवि प्रशासन से 15 बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। इसके बाद विवि में हड़कंप मच गया है।

विक्रम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान की पीएचडी प्रवेश परीक्षा में हुई धांधली का मामला लोकायुक्त पहुंचा है। लोकायुक्त ने जांच के बाद आठ लोगों पर एफआईआर दर्ज की है। इस बीच लोकायुक्त ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा की जांच के साथ ही अब इंजीनियरिंग संस्थान से 15 बिंदूओं पर जानकारी मांगी है। बताया जा रहा है मामला संस्थान में कार्यरत एक अतिथि शिक्षक को संस्थान निदेशक द्वारा नियम विरूद्ध भुगतान को लेकर शिकायत के जुडा हुआ है।

भुगतान और निदेशक द्वारा दी गई स्वीकृति के प्रमाण सहित शिकायत होने के बाद लोकायुक्त ने जानकारी मांगी है। हालांकि यह मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने संस्थान निदेशक डॉ.डीडी बेदिया को संस्थान से हटाकर एमबीए संस्थान में पदस्थ कर दिया है। डॉ. बेदिया की जगह डॉ. संदीप तिवारी को इंजीनियरिंग संस्थान का निदेशक बनाया गया है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे ने कहा कि लोकायुक्त से पत्र पहुंचा है। निदेशक को जानकारी देने के लिए कहा है। संस्थान के निदेशक डॉ. तिवारी ने बताया कि लोकायुक्त का पत्र मिलने के बाद समय सीमा के अनुसार जानकारी दी जा रही है।

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