कॉलेजों में प्रवेश के दो चरण, उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित शेड्यल जारी किया
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन मप्र बोर्ड 12वीं का परिणाम जारी होने के बाद अब कॉलेजों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी और निजी कॉलेजों में यूजी व पीजी सहित बीएड में प्रवेश के लिए एक मई से प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेगा। इस बार दो मुख्य और एक कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) राउंड होंगे। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग ने प्रवेश प्रक्रिया से संबंधित समय-सारिणी जारी की है।
इसके अनुसार यूजी कोर्स में प्रवेश के लिए प्रथम चरण की पंजीयन प्रक्रिया एक मई से शुरू होगी। पंजीयन की आखिरी तारीख 20 मई है। वहीं पीजी पाठ्यक्रम में पंजीयन दो से 21 मई तक होंगे। दस्तावेजों का सत्यापन दो से 21 मई तक होगा। प्रवेश के लिए पहले दो चरण आनलाइन काउंसलिंग की जाएगी, जबकि तीसरे चरण में कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) की जाएगी, जो 21 जून से शुरू होगी। पंजीयन करवाने के बाद कॉलेजों में छात्राओं को पहले राउंड में नि शुल्क और दूसरे व सीएलसी राउंड में 350 रुपये की छूट रहेगी। मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों की सूची लगाई जाएगी। यूजी के पहले चरण की सीट आवंटन होने के बाद विद्यार्थियों को 25 मई से तीन जून तक फीस जमा करना होगी।
दूसरे चरण के लिए पंजीयन 27 मई से
यूजी में दूसरे चरण के लिए आवेदन 27 मई से और पीजी के लिए 28 मई से शुरू होंगे। दस्तावेजों का सत्यापन 28 मई से शुरू होगा। दूसरे चरण की प्रक्रिया तीन जुलाई तक चलेगी।
विद्यार्थी को सलाह- कॉलेज चुनने में बरतें विशेष सावधानी
उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक-स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर ऑनलाइन काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी करने के साथ ही विद्यार्थियों को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है। विभाग ने विद्यार्थियों को कॉलेज चुनने में सावधानी बरतने पर जोर दिया है। विशेषज्ञों के मुताबिक पसंदीदा विषय के सिलेक्शन के बाद छात्र-छात्राएं यह सुनिश्चित करें कि जो पाठ्यक्रम पढऩा चाहते हैं वह चुने गए कॉलेज से संचालित होते है या नहीं। ऐसा नहीं करने पर विद्यार्थियों को सीट आवंटित में मुश्किलें आएगी। बाद में उन्हें अगले चरण में दोबारा प्रक्रिया में हिस्सा लेना होगा।
1 मई से तीन चरणों में बीए, बीकाम, बीएससी, बीबीए, बीसीए, एमए, एमकाम और एमएससी सहित अन्य पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। विद्यार्थियों को च्वाइंस फीलिंग में पंद्रह कॉलेजों को चुनना है। विभाग ने गाइडलाइन में विद्यार्थियों को ऐसे कालेजों का चयन करने की सलाह दी है, जिसमें उनके पसंदीदा पाठ्यक्रम संचालित हो। ऐसे निर्देश इसलिए दिए हैं, क्योंकि बीते कुछ सालों की काउंसिलिंग में छात्र-छात्राएं पसंदीदा कोर्स तो चुनते हैं मगर कालेज का चयन सही ढंग से नहीं करते है। इसके चलते विद्यार्थियों को बार-बार काउंसिलिंग में हिस्सा लेना पड़ता है।
सबे पहले कॉलेज में करें विजिट
विक्रम विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर नागेश शिंदे का कहना है कि विद्यार्थियों को पसंदीदा पाठ्यक्रम और कॉलेज का चुनाव पंजीयन से पहले करना होगा। इसके लिए विद्यार्थियों को कालेज में विजिट कर जानकारी जुटाना चाहिए। जैसे कोर्स, सीट, फीस, शिक्षकों और प्लेसमेंट के बारे में पूछना चाहिए। उसके बाद च्वाइंस फीलिंग में ऐसे ही कालेज चुने। जहां आपका पसंदीदा विषय पढ़ाया जाता है। कई विद्यार्थी इन बातों का बिलकुल ध्यान नहीं देते है। बाद में उन्होंने बार-बार काउसिलिंग में हिस्सा लेना पड़ता है।