9 साल की बालिका से दुष्कर्म का प्रयास बच्ची चीखी तो बोरी में बंद कर हत्या की

परिजनों को सुनाई छत से गिरने की झूठी कहानी, पड़ोसी गिरफ्तार
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन/खाचरौद। खाचरौद की काजी गली के जूना शहर इलाके में एक युवक ने पड़ोस में नानी के घर आई 9 साल की बच्ची से दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्ची चीखी तो आरोपी ने बोरी में बंद कर मोगरी से वार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस से बचने के लिए उसने बालिका के छत से गिरने की झूठी कहानी गढ़ी, लेकिन पुलिस के आगे उसकी चालाकी काम नहीं आई और 36घंटे के अंदर ही आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया।

13 दिसंबर को 9 साल की बच्ची नानी के घर अपनी बड़ी बहनों के साथ आई थी। बड़ी बहनें नानी के साथ छत पर बैठी थी। इसी दौरान बच्ची खेलते-खेलते पड़ोस में चली गई। वह अक्सर ननिहाल आने पर पड़ोसी रियाज खां के घर चली जाती थी। बच्ची को देखकर पड़ोसी रियाज पिता शब्बीर खां की नीयत खराब हो गई। उसने बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश की। जब बच्ची ने शोर मचाया तो आरोपी ने उसे धक्का दे दिया। इससे बच्ची के सिर में गंभीर चोट लग गई।
आरोपी को जब यह लगा कि बच्ची यह बात परिजनों को बता देगी तो आरोपी ने बच्ची को प्लास्टिक की बोरी में बंद कर मोगरी से कई वार किए। बच्ची के बुरी तरह घायल होने पर आरोपी घबरा गया और घर से बाहर चला गया। थोड़ी देर बाद जब वह लौटा तो बच्ची की सांस चल रही थी। ऐसे में उसने बच्ची को बोरी से निकाला और उसकी नानी के घर पहुंचा। यहां उसने कहानी गढ़ी कि बच्ची छत से गिरकर घायल हो गई है। बालिका की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन उसे खाचरौद सिविल अस्पताल ले गए। यहां से उसे रतलाम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां रविवार रात उसकी मौत हो गई।
शंका के आधार पर रियाज से की पूछताछ
पुलिस को पहली ही नजर में घटना संदिग्ध लग रही थी। ऐसे में रियाज को संदिग्ध मान हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने पूरी कहानी सुना दी। आरोपी ने बताया कि घटना के समय उसके परिवार के सदस्य शादी में गए हुए थे। बालिका को अकेला देखकर उसकी नीयत खराब हो गई। उसके विरोध एवं चिल्लाने पर गुस्से में उसे धक्का देकर गिराया तथा बाद में प्लास्टिक की बोरी में डालकर भारी मोगरी से उसके चेहरे एवं सिर पर जान से मारने की नीयत से वार किए। बाद में स्वयं को बचाने के लिए उसने झूठी कहानी गढ़ी कि बालिका छत से गिर गई है और उसे अस्पताल लेकर गया। आरोपी द्वारा घटनास्थल के साक्ष्य मिटाने का भी प्रयास किया गया।
क्यों हुई पुलिस को शंका: रियाज पकड़ा नहीं जाता अगर बच्ची के शरीर पर चोट के गहरे निशान नहीं होते। एसडीओपी आकांक्षा बेछोटे ने बताया कि बच्ची के शरीर पर लगी चोटें छत से गिरने वाली नहीं थी। उसके शरीर पर किसी वस्तु से वार करने के निशान थे। इस आधार पर ही रियाज पर शंका हुई और पूछताछ में उसने गुनाह कबूल कर लिया।









