भाजपा के पूर्व विधायक ने किए कांग्रेस के बागी की मदद के लिए जतन…।
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन। उज्जैन मतदान के दो दिन बाद सोशल मीडिया पर वायरल बडऩगर के ऑडियो ने भाजपा में हड़कंप मचा दिया है। इस ऑडियो में कांग्रेस से बगावत कर मैदान में उतरे निर्दलीय उम्मीदवार की चुनाव में तन-मन-धन से मदद करने को कहा जा रहा है। इसमें निर्दलीय के सहयोग के लिए जो आवाज आ रही है। वह भाजपा के पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई की बताई जा रही है। हालांकि धबाई ने ऑडियो में अपनी आवाज होने को खारिज करते हुए कहा है कि इस बात का क्या प्रमाण है कि ऑडियो में उनकी आवाज है। इस मसले पर उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। (अक्षरविश्व वायरल ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता है)।
विधानसभा चुनाव में बडऩगर सीट पर कांग्रेस में बगावत होने के बाद भाजपा इस सीट को सबसे ज्यादा सुरक्षित मान रही थी। दरअसल बडऩगर से कांग्रेस के बागी राजेंद्र सिंह सोलंकी ने कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर रखी थी। इस बीच 17 नवंबर को हुए मतदान के बाद बडनगर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र सिंह सोलंकी को समर्थन देने की बात का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। वायरल ऑडियो निर्दलीय प्रत्याशी का सहयोग करने की जो आवाज सुनाई दें रही उसे बडनगर क्षेत्र से दो बार भाजपा के विधायक शांतिलाल धबाई की बताई जा रही है।
6 बार तो इसके पिताजी रहे..
ऑडियो में आ रही आवाज के अनुसार चर्चा का सार यह है… इसमें कहा जा रहा है कि 25 साल रहे हैं…6 बार तो इसके पिताजी रहे… राजपूत ने दूसरे लोगों के नी चाहिए टिकट…। अपने स्पष्ट कर दियो.. कोई भी बामन नी चाहिए। हमारे संजू भाई ने मना कर दियो। पहले होगा तो राजपूत को टिकट मिलेगा…। कुलदीप बना मोहनसिंह जी तीनों-चारों की बात भी हुई थी। किसी भी राजपूत को देना थी…। अभी यह जीत गया तो फिर कह देगा कि मैं ही जीत सकता हूं…। ने बामन किता है। राजपूत ज्यादा हैं कि बामन ज्यादा हैं। बामन तो 6-7 हजार भी नी हैं और राजपूत तो 30- 40 हजार हैं…। बातचीत में गांव-गांव में कितने ब्राह्मण के घर हैं उसकी गिनती भी की। बात कर रहे व्यक्ति ने पूछा.. कई करा बाऊजी..आप को मन्हे..जवाब मिला अपने तो राजेंद्र सिंह को काम करो…। तन-मन-धन से करो..। डरना नी…बात नी बिगाडऩा…। दा साब की बात नी बिगडे…। मेरी कसम हैं….।
२ मिनट एक सेंकंड के इस ऑडियो में ओर भी बात है, लेकिन खास मुद्दा निर्दलीय प्रत्याशी की मदद करने का है। ऑडियो में आवाज होने नहीं होने के संबंध में पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई कहना है कि इससे किसी को क्या मतलब है। कोई कुछ भी झूठी-सच्ची फैला दें। इसे कैसे सिद्ध कर सकते हंै कि ऑडियो में किसकी आवाज है।
भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी जितेंद्र पंड्या का कहना है कि उन्होंने ऑडियो नहीं सुनी है। ऐसे में कुछ भी कहना नही चाहता। इधर ऑडियो क्लिपिंग लगभग हर भाजपा नेता-कार्यकर्ताओ से होते हुए पार्टी संगठन तक भी पहुंच गई है। इसके बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच कई तरह की चर्चाएं चल रही है। इस मामले में प्रतिक्रिया के लिए भाजपा की जिला (ग्रामीण) इकाई के अध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला से संपर्क किया गया, लेकिन चर्चा नहीं हो सकी।
मान-मनुहार से माने थे धबाई
बता दें कि बडऩगर से दो बार पहले विधायक रहे शांतिलाल धबाई विधानसभा चुनाव २०२३ में फिर भाजपा से टिकट मांग रहे थे। पार्टी ने जब बडऩगर से मुकेश पंड्या को उम्मीदवार बना दिया, तो धबाई ने निर्दलीय चुनाव लडने की घोषणा कर नामांकन जमा कर दिया था। पार्टी वरिष्ठ नेताओं के मनाने के बाद उन्होंने अपना नामांकन वापस लिया था। उधर कांग्रेस ने पहले निवर्तमान विधायक मुरली मोरवाल का टिकट काटकर राजेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया था।
विरोध के बाद पार्टी ने बडऩगर से उम्मीदवार बदल दिया और सोलंकी की जगह मोरवाल को उम्मीदवार बना दिया। नाराज राजेंद्र सिंह सोलंकी कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गए। इसके बाद बडऩगर में त्रिकोणिय मुकाबला हो गया। मतदान संपन्न होने के बाद अब ऑडियो वायरल होने से भाजपा में घमासान मचा हुआ है। कोई भी फिलहाल इस बारे में कुछ कहने को तैयार नहीं है। सभी को परिणाम के बाद ही पार्टी द्वारा कोई कदम उठाये जाने की उम्मीद है।