सोशल मीडिया पर रेट को लेकर पोस्ट वायरल
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन पुलिस प्रशासन द्वारा शहरवासियों के साथ देश भर से आने वाले यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट व मालगोदाम सहित हरिफाटक ब्रिज, महाकालेश्वर मंदिर के सामने प्रीपेड बूथ का संचालन 24 घंटे किया जा रहा है, लेकिन यहां से चलने वाले ऑटो व ई रिक्शा संचालक मनमाना किराया यात्रियों से वसूल रहे हैं। खास बात यह कि प्रीपेड बूथ कर्मचारी से शिकायत करने पर उसके द्वारा रेट लिस्ट पुरानी बताकर यात्रियों को भ्रमित किया जाता है। इसको लेकर सोशल मीडिया के उज्जैनवाले ग्रुप पर एक व्यक्ति द्वारा पोस्ट डाली गई जिस पर ग्रुप के लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
यह है वायरल पोस्ट
उज्जैन स्टेशन के बाहर स्थित ऑटो प्रीपेड़ बूथ पर लगी किराया सूची और जब यात्री वहां पर जाकर किसी कॉलोनी के लिए ऑटो बुक करता है उसका किराया दोनों में अंतर है। पूछने पर वहां बैठे ट्रैफिक जवान कहते हैं जाना हो तो जाओ नहीं तो बाहर से ऑटो बुक कर लो वो मीटर डाउन करके ले जायेगा हमारी किराया सूची की लिस्ट आर. टी. ओ. ने जो दी है वो पुरानी हैं। आपको जाना हो तो हम जो किराया बता रहे हैं उससे जाना होगा। मेरा सवाल हैं की आर.टी.ओ. ने अगर किराया सूची जारी करना थी तो नई क्यों नहीं जारी की इससे बाहर से आने वाले दर्शनार्थी के साथ ऑटो वाले और प्रीपेड बूथ पर बैठे कर्मचारी कैसा व्यवहार करते होंगे।-पंकज कुरील
यह हैं लोगों के कमेंट्स
उज्जैन मे बस हर कोई लुटने के लिए बैठा है। सांवलियासेठजी जाओ 200 में एसी रूम, 30 रुपये में खाना, पार्किंग फ्री, रूम ना लेना हो तो हजारों फीट में फैला शेड वहां सो जाओ। कोई चोरी चकारी नी, कोइ जेब नी काटता कोई अभद्रता नी करता, मस्त दर्शन व्यवस्था। जो देखो उज्जैन में ही हो रहा दादा-पहलवानी, सामान चोरी, जेब कटिंग, रिपोर्ट ना लिखना, चोर भगा देना, धन्य है उज्जैन।
-दौलत सिंह
ये बात सही ये तो ऑटो वाले और पुलिस की मिली भगत से जनता को लूटा जा रहा है उज्जैन प्रशासन मुकदर्शक बना है।
-कृष्णपाल सिंह
सब दिखावा है। शासन, प्रशासन सब रेवेन्यू जनरेट करने में लगे हैं। जनता जाए भाड़ में।
-दीपक मालवीय
कुछ चीजें दिखाने के लिए होती है ताकि कह सके कि यह सुविधा उपलब्ध है, मीडिया में वाही वाही … बाद में वह कितना काम करती हैं उसे किसी को कोई मतलब नहीं होता है।
-गणेश कुमार निगम
यही तो उज्जैन पुलिस की सही पहचान है!!! सारे ऑटो चालक हफ्ता देते हैं, सारे बस वाले जो अवैध रूप से देवासगेट से इंदौर की बस चला रहे हैं, और तो ओर जो भी चोरियां देवासगेट थाना क्षेत्र में होती है उनकी जवाबदारी कोई नहीं लेता है, यह है हमारा स्मार्ट शहर।
-भारत शर्मा
ये तो सरासर लूट है। इसमें ऑटो चालक और पुलिस दोनों की मिलीभगत है, पुलिस को उसका हिस्सा मिल जाता है? ऊपर बैठे आला अफसर को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
-जयंत तेलंग
लिस्ट से अधिक किराया लें तो वाहन नंबर सहित शिकायत करें
आरटीओ द्वारा निर्धारित ऑटो व ई रिक्शा के रेट की लिस्ट प्रीपेड बूथ पर चस्पा की गई है। वाहन चालक मनमाना किराया वसूलते हैं तो आटो का नंबर नोट करें, प्रीपेड बूथ की रसीद प्राप्त करें। यातायात थाने पर शिकायत प्राप्त होगी तो पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई की जायेगी। ऑटो का प्रथम किलोमीटर पर 20 रुपये शुल्क और इससे अधिक पर 17 रुपये निर्धारित है। इसी प्रकार ई रिक्शा के प्रथम 3 किलोमीटर पर 10 रुपये सवारी और इससे अधिक पर 20 रुपये सवारी शुल्क निर्धारित है। -डी.एस. परिहार, डीएसपी यातायात