जनपद पंचायत उज्जैन के चुनाव में भाजपा की भंवरबाई निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं

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उज्जैन। जनपद पंचायत उज्जैन के अध्यक्ष के चुनाव में मंगलवार को भाजपा की भंवरबाई अध्यक्ष चुनी गईं। निर्वाचन नियम 1995 के तहत यह चुनाव संपन्न करवाए गए। इसमें 25 जनपद सदस्यों में से 21 उपस्थित रहे और 4 अनुपस्थित रहे। कांग्रेस की ओर से कोई नामांकन दाखिल नहीं हुआ।
ऐसे में समीक्षा और तय समय के बाद भंवरबाई को अध्यक्ष निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इससे भाजपा कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने भंवरबाई का जमकर स्वागत किया। मीडिया से चर्चा करते हुए भंवरबाई ने कहा कि यह जीत भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन याादव की है। सब साथ में रहकर काम करेंगे और अच्छा काम करके बताएंगे। आपको बता दें कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद जनपद अध्यक्ष के पुन: यह चुनाव हुए हैं।
दरअसल, उज्जैन जनपद पंचायत में कुल 25 वार्ड हैं। पिछले चुनाव के दौरान इनमें से 13 वार्ड में भाजपा समर्थित और 12 में कांग्रेस समर्थित सदस्य चुनाव जीते थे। जुलाई 2022 में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के चुनाव हुए थे तब ये चुनाव चर्चा में रहा था क्योंकि भंवरबाई को बहुमत के बाद भी हार का सामना करना पड़ा था।
वहीं कांग्रेस समर्थित सदस्यों की संख्या कम होने के बावजूद पिपलोदा द्वारकाधीश की कांग्रेस की विंध्यासिंह पवार अध्यक्ष और दताना के नासिर पटेल उपाध्यक्ष चुने गए थे। तब कहा गया था कि प्रॉक्सी वोटर को लेेकर हुए हंगामे के कारण अधिकांश भाजपाई वोटिंग नहीं कर सके थे। समयावधि बीतने के बाद कांग्रेस के उम्मीदवार को विजयी घोषित किया था जिसके बाद तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री एवं वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे।
दोबारा चुनाव इसलिए : उक्त चुनाव प्रक्रिया व नतीजों को लेकर भंवरबाई की ओर से एडवोकेट अनंत यादव ने कलेक्टर को आवेदन देकर चुनाव निरस्त करने की मांग की थी। यहां से स्टे मिला था। इसके बाद इंदौर हाईकोर्ट की डबल बेंच में अपील की गई। यहां से हाईकोर्ट ने फ्रेश चुनाव करवाने का फैसला सुनाया। इसी आदेश के पालन में आज चुनाव हो रहे हैं।