Tuesday, November 28, 2023
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विक्रम विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग संस्थान में बड़ी गड़बड़ी

पढ़ाया नहीं और मानदेय का भुगतान, जांच समिति गठित

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन विक्रम विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग संस्थान में अतिथि शिक्षक ने क्लास ली नहीं और मानदेय का भुगतान कर दिया गया। गड़बड़ी की शिकायत के बाद संस्थान निदेशक को पद से हटाकर जांच के लिए समिति का गठन किया गया है।

विक्रम विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग संस्थान के अतिथि शिक्षक को पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा के दौरान क्लास लेकर पढ़ाने के मानदेय का भुगतान करने का मामला सामने आया है। भुगतान के लिए उपस्थिति पत्रक को संस्थान निदेशक डॉ. डीडी बेदिया ने सत्यापित किया था।

इस मामले में एक शिकायत के साथ संस्थान के अतिथि शिक्षकों के उपस्थिति रजिस्टर, भुगतान पत्रक और विश्वविद्यालय से लेखा विभाग के माध्यम से जारी हुए कागजात भी दिए गए है। गड़बड़ी सामने आने के बाद कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार पांडे ने जांच समिति गठित की है।

यह है मामला

पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा में इंजीनियरिंग संस्थान के 8 अतिथि शिक्षक शामिल हुए थे। पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा की अवधि में ही अतिथि शिक्षक की संस्थान में उपस्थिति भी दर्ज कर दी गई। अतिथि शिक्षक को एक दिन में 5 घंटे की नौकरी पूरी करने पर 1500 रुपए का भुगतान किया जाता है। कोर्सवर्क परीक्षा में शामिल अतिथि शिक्षक को यह भुगतान कर दिया गया। ऐसे सवाल यह यह सवाल सामने आया कि जो शिक्षक परीक्षा में शामिल रहे वे पढ़ाने कब गए। वहीं संस्थान निदेशक ने मानदेय के उपस्थिति पत्रक पर हस्ताक्षर किस आधार पर किए है।

इंजीनियरिंग संस्थान से डॉ. बेदिया को हटाया

विक्रम विवि कुलपति डॉ.अखिलेश पांडे ने बताया कि मामला सामने आने पर जांच समिति का गठन किया है। जांच प्रभावित नहीं हो,इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने डॉ. डीडी बेदिया को विक्रम विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद इंजीनियरिंग संस्थान निदेशक पद से हटाकर एमबीए संस्थान में भेज दिया है। इंजीनियरिंग संस्थान का प्रभार डॉ. संदीप तिवारी और डॉ सोनल सिंह को दिया है। बताया जा रहा है कि जांच समिति को जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कहा है। रिपोर्ट में गड़बड़ी मिलने पर आगे की कार्यवाही तय होगी।

निलंबित करने की मांग

मामले में अभाविप ने कुलपति को ज्ञापन देकर निदेशक को निलंबित करने की मांग की है। अभाविप के महानगर मंत्री गौरव बैंडवाल के नेतृत्व में कुलपति को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि

इंजीनियरिंग संस्थान में निदेशक डीडी बेदिया ने अतिथि शिक्षकों से साठगांठ से कर फर्जी हाजिरी के बिल भुगतान लेकर भ्रष्टाचार किया है। आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त समस्त अतिथि शिक्षक व निदेशक की जांच हो। मामले की रिटायर्ड जज या प्रशासनिक अधिकारी से करवाई जाए।दोषी को विश्वविद्यालय से निलंबन किया जाए। ज्ञापन देने के दौरान महानगर सहमंत्री रितिक शिंदे, आदर्श चौधरी , साक्षी यादव आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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