भाजपा पार्षद ने आयुक्त के खिलाफ खोला मोर्चा पानी की समस्या पर लोगों ने किया चक्काजाम

6 दिन से परेशान हो रहे हैं रहवासी
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खराब बूस्टर लेकर गए, लाए नहीं
अधिकारी सुनने को तैयार नहीं
पार्षद बोले- हमारी भी नहीं सुनते
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कांग्रेस विपक्ष में है लेकिन भाजपा पार्षद ही नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। एमआईसी सदस्य योगेश्वरी राठौर और पवन गेहलोत के बाद सुशील श्रीवास ने भी मोर्चा संभाल लिया है। महापौर और निगमायुक्त में पहले से ही ठनी हुई है। वे पहले ही कह चुके हैं कि आयुक्त हमारी सुनते ही नहीं हैं। इस बार भी पानी को लेकर लोग सडक़ पर उतरे हैं।
शुक्रवार को योगेश्वर टेकरी के लोगों ने पानी को लेकर आंदोलन का रुख किया। इस समस्या से जूझ रहे लोगों ने नगर निगम के चक्कर लगाए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। नतीजतन क्षेत्र के लोगों ने अपने पार्षद सुशील श्रीवास से संपर्क किया। इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हुआ।
अंतत: लोगों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने चक्काजाम कर नगर निगम के अधिकारियों को जगाने की कोशिश की। इसमें पार्षद श्रीवास ने भी अपने लोगों का साथ दिया। बड़ी देर तक नगर निगम के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी होती रही।
पार्षद ने कहा कि नगर निगम आयुक्त किसी की नहीं सुन रहे हैं। इसी वजह से लोगों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ रहा है। लोग 6 दिन से पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। टेकरी चढ़ाई पर है, बूस्टर खराब हो गया था। पीएचई वाले लेकर गए और कहा कि सुधरने के बाद लगा दिया जाएगा। इसके बाद से ही उन्हें सिर्फ आश्वासन दिए जा रहे हैं।
मौके पर पहुंचे अधिकारी…
पीएचई के कार्यपालन यंत्री एनके भास्कर एवं उनके सहायक ने मौके पर पहुंचकर आश्वासन दिया है कि बूस्टर की समस्या का समाधान जल्द ही कर दिया जाएगा। उनके इस आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया और जाम भी खोल दिया गया।
यही बात तो योगेश्वरी राठौर ने भी कही थी
वार्ड 25 की पार्षद योगेश्वरी राठौर ने सबसे पहले नगर निगम के खिलाफ पानी को लेकर आंदोलन किया। क्षीरसागर के सामने उन्होंने धरने पर बैठे लोगों का समर्थन किया था। उनका भी कहना था कि नगर निगम में कोई किसी की सुनने को तैयार नहीं है। आयुक्त के खिलाफ उन्होंने भी अपनी बात कही थी। उनका कहना था कि यदि आयुक्त ही लोगों की सुन लें तो समस्या जन्म ही न ले। इसी तरह पार्षद पवन गेहलोत ने भी मोर्चा खोला और जनता द्वारा किए गए आंदोलन का समर्थन किया। धरना स्थल पर नगर निगम की अध्यक्ष कलावती यादव ने लोगों को समझाया और आंदोलन समाप्त करवाया था।
पार्षद श्रीवास ने कहा अधिकारी सुनते नहीं
अक्षर विश्व से चर्चा करते हुए वार्ड क्र. 24 के पार्षद सुशील श्रीवास ने कहा कि जनसमस्याओं का समाधान जरूरी है। जब हालात बिगड़ जाते हैं तब लोगों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ता है। नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ लोगों में आक्रोश है। यही आक्रोश चक्काजाम में तब्दील हुआ है। उन्होंने कहा कि यह समस्या पीएचई के ईई भास्कर को बताई उन्होंने ध्यान नहीं दिया। रोकड़े से बात करने की कोशिश की फोन नहीं उठाया। निगम आयुक्त आशीष पाठक को दो बार फोन लगाया उन्होंने भी फोन नहीं उठाया। बाद में नगर निगम अध्यक्ष को बताया गया।