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बीच सड़क पर बस चालकों की मनमानी ट्रैफिक जवान नदारद और बदइंतजामी

मामला चामुंडा माता चौराहे पर युवती के एक्सीडेंट का, हादसे के बाद भी नहीं सुधरे हालात

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सड़कों के बीच रुकती हैं बसें

 

ऐसे सड़क पर सवारियां उतारते और चढ़ाते हैं ड्राइवर और कंडक्टर

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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए अब तक ना जाने कितने प्रयास हुए। नियम बने, अभियान चले, अफसर आए और गए, वक्त बदला लेकिन नहीं बदले तो ट्रैफिक के हालात। आज भी बेतरतीब तरीके से दौड़ते वाहन कब किसके लिए हादसे का सबब बन जाएं, कहा नहीं जा सकता। इसी का दर्दनाक उदाहरण बुधवार सुबह चामुंडा माता चौराहे के समीप बीएसएनएल कार्यालय के सामने देखने को मिला। जहां बस चालक की लापरवाही से एक युवती का हाथ पहिए के नीचे आ गया और अब नौबत उसका हाथ काटने की आ गई है। बहरहाल, बीच सड़क पर बस ड्राइवरों की मनमानी, ट्रैफिक जवानों का नदारद रहना और नियमों की बदइंतजामी का यह संगम कब खत्म होगा, यह कोई नहीं जानता।

दरअसल, हादसे के एक दिन बाद गुरुवार को भी देवासगेट चौराहे से चामुंडा माता चौराहे तक वैसे ही हालात नजर आए जैसे अमूमन रोज होते हैं। सड़कों पर फर्राटा भर रहीं बसें नियमों को दरकिनार कर सड़क के बीचोंबीच सवारियों को उतार और बैठा रही थीं। कुछ यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए दौड़ते हुए बस पकड़ रहे थे तो कुछ को चलती बस से ही उतारा जा रहा था। यहां जरा सी चूक जान ले सकती है। बहरहाल, जिम्मेदार सो रहे हैं इसलिए यात्रियों की सुरक्षा उन्ही के हाथों में है।

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अन्नपूर्णा माता मंदिर के सामने जमघट

देवासगेट बस स्टैंड से निकलने वाली बसें अन्नपूर्णा माता मंदिर के सामने सड़क को घेरकर खड़ी हो जाती हैं, यहां से दरवाजे पर लटकते हुए कंडक्टर आवाज लगाकर सवारियों को बुलाते हैं, इस दौरान हॉर्न की पी-पो के बीच वाहन गुत्थमगुत्था होते रहते हैं। खास बात यह है कि चंद कदमों की दूरी पर ही देवासगेट थाना है। इसी तरह चामुुंडा माता चौराहे के समीप मस्जिद और बीएसएनएल कार्यालय के सामने बीच सड़क पर ही सवारियों को उतारा और बैठाया जाता है, ऐसा करने से इन्हें कोई रोकता नहीं, जबकि चामुंडा माता मंदिर के सामने ही यातायात पुलिस के जवानों के लिए पॉइंट बना है लेकिन वह अक्सर यहां से नदारद रहते हैं। प्रमुख चौराहों में से एक होने के बाद भी पुलिस इस पर अंकुश नहीं लगा पा रही है।

कुछ हादसे जिन्होंने व्यवस्था पर खड़े किए

16 अक्टूबर को सुबह 8:30बजे आगर की रहने वाली छात्रा रानी पिता मांगीलाल गुजराती बीएसएनएल कार्यालय के सामने बस से उतर रही थी। धक्का लगा जिससे बैलेंस बिगड़ा और वह सड़क पर गिर गई। इसी दौरान बस चालक ने बस आगे बढ़ा दी जिससे पिछला पहिया उसके हाथ से निकल गया। दुर्घटना में उसके कोहनी की हड्डी बाहर निकल गई।

18 अगस्त 2023 को बीएसएनएल कार्यालय में पदस्थ शालिनी पति अभिषेक शर्मा निवासी इंदिरानगर अपने टू-व्हीलर से घर जा रही थी तभी तेज रफ्तार बस ने चामुंडा माता चौराहे पर उन्हें रौंद दिया था। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका। इस हादसे में उनकी मौत हो गई थी।

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