Sunday, October 1, 2023
HomeकरियरCareer in Aviation: 12th के बाद एविएशन सेक्टर में करियर ऑप्शन और...

Career in Aviation: 12th के बाद एविएशन सेक्टर में करियर ऑप्शन और जरुरी स्किल्स 

इन दिनों एविएशन सेक्टर काफी लोकप्रिय होता जा रहा है। विमानन बिज़नेस की संख्या के साथ-साथ विमानन प्रोफेशनल्स की जरुरत भी बढ़ रही है। ये सेक्टर पायलट,  ग्राउंड स्टाफ और टिकट मैनेजमेंट सहित विभिन्न प्रकार के करियर ऑप्शन देता है। हालाँकि, किसी के करियर को आगे बढ़ाने के लिए स्किल्स के साथ-साथ एक प्रोफेशनल कोर्स में भाग लेने की जरुरत होती है। इसलिए जो लोग इसमें करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें ऐसे कोर्स का चयन करना चाहिए जो उनके स्ट्रेंथ और इंटरेस्ट के अनुकूल हो। इसके बारे में यहां कुछ कैरियर ऑप्शन दिए गए हैं जिन्हें आप एविएशन सेक्टर में चुन सकते हैं। 

कमर्शियल पायलट: 12वीं के बाद एविएशन में करियर बनाने के लिए पायलट सबसे अच्छा ऑप्शन है। विमान उड़ाने के अलावा यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना इनकी जिम्मेदारी होगी। इसके लिए इंटरेंस बार कम है क्योंकि स्टूडेंट्स को प्री-यूनिवर्सिटी (10+2) में विज्ञान और गणित की जरुरत होती है। कैडेट प्रशिक्षण कार्यक्रम लगभग 8 महीने का होता है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) इनके लिए लाइसेंस जारी करता है। 

आपकी आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए, 

आपके पास इंस्ट्रूमेंट रेटिंग कमर्शियल पायलट का लाइसेंस होना चाहिए, 

250 घंटे की उड़ान का अनुभव होना चाहिए, 

आपको मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और योग्यता परीक्षण पास करना होगा। 

एयर ट्रैफिक कंट्रोलर: एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का काम पूरे एयर नेविगेशन सिस्टम को रेगुलेट करना होता है। वे सभी हवाई परिवहनों और इसे हवा में उड़ाने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए जवाबदेह हैं। यहां निम्नलिखित चीजें हैं जिन पर वे नज़र रखते हैं: 

पायलटों को लैंडिंग और टेकऑफ़ करने का निर्देश देना, 

रडार, विसुअल रिफरेन्स और कंप्यूटर की मदद से हवा के साथ-साथ जमीन पर हवाई परिवहन की आवाजाही की निगरानी करना और निर्देश देना। 

पायलटों को मौसम की स्थिति, रनवे बंद होने और किसी भी अन्य गंभीर जानकारी से अपडेट रखने के लिए एयर कंट्रोल रूम में पायलटों से बात करना । 

एयरक्राफ्ट मेंटेनन्स इंजीनियर:  इंजीनियर के रूप में आप विमान की मरम्मत की देखरेख  करेंगे। विमान को वेरिफाई करने के लिए आपको एयरोस्पेस मनुफैचरर के साथ मिलकर काम करना होगा। इनके जरुरी काम:

समस्याओं का निवारण करना, 

निरीक्षण करना, 

मरम्मत करना और 

विमान के उपग्रडे का सुझाव देना है।

फ्लाइट अटेंडेंट: फ्लाइट अटेंडेंट यह सुनिश्चित करते हैं कि यात्री नियमों का पालन करें ताकि उड़ान के दौरान यात्रा सुरक्षित और आराम से रहे। यदि आप इस क्षेत्र में करियर शुरू करना चाहते हैं, तो आपको फ्लाइट अटेंडेंट बनने से पहले लाइसेंस प्राप्त करने के लिए एक परीक्षा देनी होगी। इसके अलावा, आपको कम्युनिकेशन, अपीयरेंस , मल्टीटास्किंग और इमोशनल सपोर्ट देना आना चाहिए ।

ग्राउंड स्टाफ: हवाई अड्डे पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ जिम्मेदार होते हैं। उनका काम यात्री परिचालन जैसे ट्रांपोर्टशन, सुरक्षा जांच और स्मूथ ट्रांजिट को संभालना है। 

इसके लिए सीनियर सेकेंडरी (10+2) प्रमाणन पूरा करना और संबंधित क्षेत्र में डिप्लोमा जैसे सर्टिफाइड प्रोफेशनल इन ग्राउंड स्टाफ सर्विस (सीपीजीएस) कोर्स या एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग में डिप्लोमा हासिल करना होगा। 

एयरपोर्ट ऑपरेशन मैनेजर: ये मल्टीटास्किंग करते हैं और सुरक्षा और कानूनी जरूरतों का पालन सुनिश्चित करते हैं। इसके लिए स्नातक की डिग्री की जरुरी होती है, जैसे कि एयरपोर्ट मैनेजमेंट में बीबीए या 10वीं के बाद विमानन में बीएससी या बीटेक। 

एविएशन में करियर के लिए जरुरी स्किल्स 

  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • टेक्निकल स्किल्स
  • तेज़ नज़र
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स 
  • ब्योरे का मैनेजमेंट 
  • सर्विस देने की इच्छा 
  • अनुशासन और मोटिवेशन 
  • बदलती परिस्थितियों के अनुरूप ढलने की क्षमता
  • कठिन परिस्थिति में शांति बनाए रखना 
  • ट्रेवल करने के शौकीन 
  • अच्छी बॉडी लैंग्वेज 
  • फिटनेस 
जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर