अगर यह कहा जाए कि रिज्यूम एक अच्छी और मनपसंद जॉब मिलने की पहली सीढ़ी है तो गलत नहीं होगा। किसी भी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई करते हुए हम सभी अपना रिज्यूम ही देते हैं और उसी के आधार पर यह तय होता है कि आपको जॉब इंटरव्यू के लिए कॉल आएगा या नहीं। इस लिहाज से रिज्यूम एक बेहद ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। अक्सर ऐसा होता है कि कम एक्सपीरियंस के लोगों को भी एक बेहतरीन जॉब मिल जाती है और इसका कारण होता है उनका बेहतर तरीके से रिज्यूम लिखना। तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे रूल्स के बारे में बता रहे हैं।
पीडीएफ में भेजें रिज्यूम
कॅरियर एक्सपर्ट कहते हैं कि आपको अपने रिज्यूम को वर्ड या डॉक्यूमेंट के स्थान पर पीडीएफ के रूप में सेव करना और भेजना चाहिए। इससे आप यह सुनिश्चित करते हैं कि हायरिंग मैनेजर्स आपके रिज्यूम को वैसे ही देखते हैं, जैसा कि आपने उसे सेव किया है।यदि आप इसे किसी अन्य तरीके से भेजते हैं, तो हो सकता है कि इसका स्टाइल, प्रारूप व फ़ॉन्ट आपके कंप्यूटर से थोड़ा अलग दिखे।
पढऩे में हो आसान
कॅरियर एक्सपर्ट के अनुसार, एक पेज का रिज्यूम लिखने का अर्थ यह कतई नहीं है कि आप उसके फॉन्ट को बेहद छोटा कर दें और फिर एचआर हेड के लिए उसे पढऩा काफी मुश्किल हो जाए। हमेशा यह सुनिश्चित करें कि वह पढऩे में आसान हो। कभी भी फॉन्ट साइज बहुत छोटा या बड़ा ना रखें। कॅरियर एक्सपर्ट बताते हैं कि हायरिंग मैनेजर आमतौर पर आपके रिज्यूमे को देखते हुए सिर्फ छह सेकंड का समय बिताते हैं। इसलिए, अपने रिज्यूम को सुपर क्लियर और आसानी से पढ़े जाने वाला बनाएं। प्रत्येक अनुभाग बोल्ड हो और प्रत्येक नौकरी शीर्षक बोल्ड हो। टेम्पलेट का उपयोग रिज्यूम को आसान व अपीलींग बनाएं।
सिर्फ एक पेज ही
कॅरियर एक्सपर्ट कहते हैं कि अधिकतर कंपनियों में हाईरिंग मैनेजर किसी के भी रिज्यूम पर एक मिनट से ज्यादा का वक्त नहीं लगाते। हो सकता है कि वह रिज्यूम में पेज पलटकर भी ना देखें। इसलिए कोशिश करें कि आपका रिज्यूम छोटा और बेहद आकर्षक होना चाहिए। याद रखें कि यह आपके द्वारा किए गए हर काम को प्रदर्शित करने के लिए नहीं है, बल्कि यह दिखाने के लिए है कि आपके पास काम के लिए पृष्ठभूमि, कौशल और अनुभव है।
ना हो गलतियां
यह एक बेहद जरूरी चीज है, जिस पर खासतौर से ध्यान दिया जाना चाहिए। कॅरियर एक्सपर्ट के अनुसार, हमेशा रिज्यूम लिखने के बाद उसे कई बार चेक किया जाना चाहिए। हमेशा इस बात का ख्याल रखें कि आपके रिज्यूम में स्पेलिंग या व्याकरण संबंधी कोई त्रुटियां ना हों। इसके अलावा, रिज्यूम में लिखे गए वाक्यों के आप टेंस अर्थात काल को भी जरूर चेक करें। ऐसे रिज्यूम को एचआर द्वारा शुरूआत में ही रिजेक्ट कर दिया जाता है।