केवल बयान, बैठक और कागजों में सख्ती..!
शहर की सड़कों पर सुबह बसों की ऐसी थी स्थितियां…
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन चामुंडा माता चौराहा पर बस की चपेट में आने से बीएसएनएल की अकाउंट ऑफिसर की मौत के बाद आठ दिन बाद पुलिस प्रशासन जागा,बस ऑपरेटर्स को कंट्रोल रूम पर बुलवाकर चेताया। हमेशा की तरह कार्रवाई के कड़े निर्देश और बयान जारी किए। इसके लगभग 16 घंटे बाद भी बस वालों की मनमानी पर काई असर नहीं हुआ इंदौर की बसें देवास गेट स्टैंड तक आती-जाती रही। बीच सड़कों पर सवारी उतारने-बैठाने का सिलसिला जारी रहा। सुबह 7 बजे 11 बजे तक एक भी बस खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस ने शुक्रवार को कंट्रोल रूम पर बस ऑपरेटर्स के साभ बैठक की। इसमें एएसपी जयंत राठौर के साथ डीएसपी ट्रैफिक विक्रमसिंह कनपुरिया, यातायात टीआई दिलीपसिंह परिहार मौजूद थे। सभी ने ऑपरेटर्स को नियम पालन के निर्देश दिए गए,कहा गया कि ठीक से नहीं चले तो कड़ी कार्रवाई होगी।
इस बैठक के लगभग 16 घंटे बाद यानी शुक्रवार को सुबह तो बस वालों की मनमानी पर कोई असर नजर नहीं आया,ऐसी स्थिति रही कि जैसे किसी को पुलिस के सख्त निर्देश से कोई मतलब ही नही है। देवास गेट पर इंदौर की बसों को आना-जाना लगा रहा। हरीफाटक,शांति पैलेस पर सवारी बैठाने के लिए बसें खड़ी होती रही।
भरतपुरी (आरटीओ के पास) तिराहे पर देवास और चामुंडा माता चौराहे पर बसों की मनमानी जारी थी। देवास गेट बस स्टैंड के अलाम में कोई बदलाव नहीं था। स्टैंड के बाहर खड़ी बसों से यातायात बाधित होता रहा।
सिटी बस वाले की दलाली…
सिटी बस वाले भी निजी बस ऑपरेटर्स से कम नहीं है। शनिवार को सिटी बस वाले ने देवास गेट से नानखेड़ा जाने वाले यात्रियों को बैठाया..10-10 रु. लिए। हरीफाटक ब्रिज के मुहाने पर इंदौर जाने वाली बस के पास रोककर यात्रियों को यह कहते हुए सिटी बस से उतार दिया कि इंदौर की सवारी इसमें बैठ जाए। निजी बस के ड्रायवर से कमीशन भी प्राप्त कर लिया। यह अघोषित दलाली लम्बे समय से चल रही है। शनिवार को कैमरे में कैद हो गई।
यह कहा था बैठक में निजी बस ऑपरेटर्स को
देवासगेट से चोरी छिपे इंदौर की बस चलाने का प्रयास किया तो न सिर्फ बस जब्त होगी, बल्कि परमिट व ड्राइवर का लाइसेंस भी निरस्त कराएंगे।
देवासगेट से अन्य रूट पर चलने वाली बस भी रास्ते में जगह-जगह नहीं रोक सकेंगे। आगर की ओर जाने वाली बस देवासगेट से चलने के बाद मोहन जगह-जगह नहीं रोकेंगे।
बस ऑपरेटर्स ये समझ लें कि जिस बसों का देवासगेट बस स्टैंड से संचालन का परमिट का है, वहीं बस देवासगेट से चलेगी। इंदौर की बसों के लिए नानाखेड़ा बस स्टैंड तय है और इसी अनुसार व्यवस्था का संचालन होगा, जो चोरी छिपे बस चलवा रहे हैं तो समझ लें कि अब सख्त कार्रवाई से नहीं बच पाएंगे।