घटना के कारणों पर स्टेशन प्रबंधक -जीआरपी टीआई के अलग-अलग बयान
आरपीएफ-जीआरपी और रेलवे की तकनीकी टीम करेंगी जांच
उज्जैन। उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर इंदौर-रतलाम पैसेंजर ट्रेन की खाली बोगी में लगी आग का अभी कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। घटना को लेकर जीआरपी और उज्जैन स्टेशन प्रबंधक के बयानों विरोधाभास सामने आया है।
जीआरपी थाना प्रभारी का कहना है कि संभवत: शॉर्ट सर्किट से ट्रेन में आग लगी है। स्टेशन प्रबंधक के अनुसार शार्ट सर्किट से आग लगने की संभावना कम है। इधर घटना की जांच रेलवे की तकनीकी टीम,आरपीएफ-जीआरपी मिल करेंगे। रतलाम से रेलवे के अधिकारियों का एक दल रात को ही उज्जैन आ गया और क्षतिग्रस्त बोगी का मुआयना किया है। सीसीटीवी व अन्य साक्ष्य के आधार पर जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि बोगी को अगली जांच के लिए रतलाम ले जाया जाएगा।
भिक्षुक और बदमाशों का डेरा रहता है प्लेटफार्म 8 पर
उज्जैन रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 8 पर इंदौर-रतलाम पैसेंजर ट्रेन रविवार रात करीब 11.45 बजे खड़ी थी। ट्रेन की खाली बोगी में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने भीषण रूप ले लिया और स्टेशन पर हड़कंप मच गया। फायर ब्रिगेड ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन पूरी बोगी तब तक जल चुकी थी।
घटना के प्रारंभिक कारणों को लेकर में स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन और जीआरपी थाना प्रभारी आरएस महाजन के अलग-अलग बयान सामने आए है। प्रबंधक जैन के अनुसार शार्ट सर्किट से आग लगने की संभावना कम है। आरपीएफ और जीआरपी के कैमरों से जांच की जा रही है।
वहीं जीआरपी थाना प्रभारी महाजन का कहना है कि हादसे के वक्त ट्रेन पूरी तरह खाली थी, ट्रेन के सभी डिब्बे को बंद थे, इसलिए संभावना कम है किसी ने शरारत की हो। संभवत: शॉर्ट सर्किट से ट्रेन में आग लगी है। हालांकि स्टेशन प्रबंधक का कहना है कि घटना का कारण जांच के बाद ही चल पायेगा।
रेलवे स्टेशन पर कुल 8 प्लेटफार्म हैं। उज्जैन से होकर गुजरने वाली अधिकांश ट्रेनें प्लेटफार्म 1 से 6 के बीच होकर चलती हैं। प्लेटफार्म 8 पर ट्रेनों का ठहराव कम ही होता है। रात के समय इस प्लेटफार्म पर भिक्षुक और बदमाश डेरा डाल लेते हैं। संभावना है कि किसी बदमाश द्वारा जान बूझकर रैक में आग लगाई गई होगी।
स्टॉल वाले ने फोन किया…
स्टेशन प्रबंधक मुकेश जैन ने बताया कि घटना की पहली सूचना प्लेटफार्म के एक स्टॉल वाले ने दी। घटना कैसे हुई, इसके लिए रेलवे की तकनीकी टीम में भी जांच कर पता लगाएगी। ट्रेन के एक डिब्बे को छोड़कर शेष डिब्बे सुरक्षित है और ट्रेन खाली थी, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।