डीईओ ने कहा- इतनी कोई गंभीर बात नहीं…
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। कक्षा 10वीं और 12वीं प्री-बोर्ड के सभी पेपर सोशल मीडिया पर लीक हो गए। जिसके बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। साथ ही परीक्षा की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न खड़े हो गए। मामले में डीईओ का कहना है इतनी कोई गंभीर बात नहीं है।दरअसल, प्री-बोर्ड परीक्षा 16 जनवरी से शुरू हुई और 24 जनवरी तक चलना है। स्टूडेंट्स के पास कुछ पेपर एक दिन तो कुछ पेपर कुछ घंटे पहले ही पहुंच गए।
इसके बाद सभी पेपर इंस्टाग्राम, टेलीग्राम और यूट्यूब पर वायरल हो गए। 21 जनवरी को 12वीं का बायोलॉजी का पेपर था, वह दो घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर आ गया था। जानकारी के बाद हड़कंप मच गया। इसकी शिकायत डीईओ तक पहुंची। मामले में जिला शिक्षा अधिकारी आनंद शर्मा का कहना है कि पेपर लीक होने जैसी कोई बात नहीं है।
हमने सभी प्राचार्यों से बात की है। यहां से कुछ नहीं हुआ। पेपर माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से सभी स्कूल प्राचार्यों को विमर्श पोर्टल पर उपलब्ध करवाए गए हैं जिसे वह अपनी लॉग इन आईडी से डाउनलोड करते हैं। प्राचार्य इसे खोलकर इसकी फोटोकॉपी करवाकर पेपर वाले दिन बच्चों को बांटते हैं।
संभवत: फोटोकॉपी करवाते वक्त किसी ने देख लिया होगा और फोटो खींचकर बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वैसे भी यह प्रैक्टिस पेपर की तरह ही हैं जो बच्चों को समय-समय पर दिए जाते हैं ताकि उसका सेल्फ अससेमेंट हो सके। मामले को अनावश्यक तूल दिया गया है जो ठीक नहीं।