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शहीद बलराम जोशी की प्रतिमा को राखी बांध मनाया रक्षाबंधन

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। 11 जुलाई 2000 को पाकिस्तानी आतंकवादियों, घुसपैठियों से मुठभेड़ के दौरान राजौरी पुंछ सेक्टर के नाल चौकी पर 11 पाकिस्तानी आतंकवादियों को मारकर शहीद हुए सबइंस्पेक्टर अमर शहीद बलराम जोशी की प्रतिमा पर राखी बांधकर महामंडलेश्वर गुरू मां आनंदमयी ने रक्षाबंधन पर्व मनाया।

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मां आनंदमयी ने बताया कि शहीद बलराम जोशी इकलौते भाई थे। माता-पिता दोनों का स्वर्गवास हो चुका है। बलराम में देशभक्ति का वो जज्बा था कि बचपन से ही स्कूल की ड्रेस में आयोजनों में सैनिक की ड्रेस में अभिनय करते थे। 11 जुलाई 2000 को शहीद होने के बाद 15 अगस्त 2000 को पहला रक्षाबंधन आया, उसी दिन से रक्षाबंधन का पर्व सतत बलराम जोशी की प्रतिमा पर राखी बांधकर मां आनंदमयी मना रही हैं।

मां आनंदमयी ने कहा कि देश की हर बहन का भाई है शहीद बलराम जोशी। जब वह शहीद हुए तब उज्जैन में शवयात्रा में लाखों लोग शामिल हुए थे। लेकिन पीड़ा यह है कि 11 जुलाई शहीद दिवस और जन्मदिन 30 नवंबर को बलराम जोशी को याद करने चंद लोग इक_े होते हैं, जो देश के लिए शहीद हो गया उसकी शहादत को यूं ही भुला ना दिया जाए इसके लिए नगर सरकार, प्रशासन और स्वयं मुख्यमंत्री जो स्वयं उज्जैन के हैं उन्हें आगे आना होगा।

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मुख्यमंत्री, प्रशासन से मां आनंदमयी ने आग्रह किया कि गरिमानुरूप शहीद बलराम जोशी की शहादत को याद किया जाए। ताकि युवा पीढ़ी और आने वाली पीढ़ी में देश प्रेम का जज्बा जागे, हर कोई देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने को तत्पर हो।

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