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जश्न-ए-आजादी का चढ़ा रंग, महाकाल लोक में गूंजे वंदे मातरम् और भारत माता की जय के नारे

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। देशभर में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है और जश्न-ए-आजादी का रंग लोगों को सिर चढ़ चुका है और वे अपने-अपने तरीके से इस राष्ट्रीय पर्व को सेलिब्रेट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी पर्व की धूम मची है। यूजर्स रील्स बनाकर इसे शेयर कर खुशियां मना रहे हैं। इसी कड़ी में १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर मंदिर तिरंगे के रंग में रंगा नजर आया। पर्व की पूर्व संध्या पर मंदिर को राष्ट्रीय ध्वज के रंग के गुब्बारों से सजाया गया और देशभक्ति गीत गूंजते रहे। इसके बाद मंदिर परिसर स्थित नीलकंठ द्वार से तिरंगा यात्रा निकाली गई जो महाकाल लोक से होते हुुए वापस मंदिर पहुंचकर समाप्त हुई। इसमें प्रशासक प्रथम कौशिक, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं सुरक्षाकर्मी हाथों में तिरंगा लेकर शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने वंदे मातरम् और भारत माता की जय के नारे लगाए। बता दें कि सीएम डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार प्रदेश में हर घर तिरंगा अभियान अंतर्गत तिरंगा यात्राएं निकाली गईं।

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बजते रहे देशभक्ति गीत

 

श्री महाकालेश्वर मंदिर में आमतौर पर मंत्रों की गूंज और जरूरी सूचनाएं सुनाई देती हैं लेकिन गुरुवार को माहौल बदला-बदला सा था। आजादी के जश्न के चलते परिसर में देशभक्ति गीत गूंज रहे थे। संभवत: यह पहली बार है जब मंदिर में देशभक्ति गीत बज रहे हों। इस दौरान प्रशासक प्रथम कौशिक ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि देशभर में स्वतंत्रता दिवस की धूम मची है इसीलिए मंदिर को आजादी के इस पर्व के रंग में रंग दिया गया है।

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बोट पर लहराया तिरंगा

इधर, होमगार्ड और एसडीईआरएफ ने बोट पर तिरंगा यात्रा निकाली। नृसिंह घाट से शुरू हुई यात्रा सिद्ध आश्रम होते हुए रामघाट आरती स्थल पहुंची जिसमें ६ बोट्स शामिल थी। इसी प्रकार दत्तअखाड़ा से सुनहरी घाट तक भी यात्रा निकाली गई। इस दौरान बोट्स पर तिरंगा शान से लहराता रहा। इस दौरान होमगार्ड कमांडेंट संतोष जाट ने लोगों से अपने घरों पर तिरंगा लगाने का आह्वान करते हुए कहा कि यात्रा का उद्देश्य देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना, अमर शहीदों को नमन करना, स्वच्छता के महत्व को रेखांकित करने के साथ सामाजिक एकता का संदेश देना है।

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