पिछले साल का रिकॉर्ड, टूटा लोड वाले फीडरों का मेंटेनेंस जरूरी…..
अक्षरविश्व न्यूज.उज्जैन।शहर में प्रतिदिन गर्मी का असर बढऩे लगा है। इस कारण बिजली की मांग भी बढऩे लगी है। माना जा रहा है कि इस बार मई माह में शहर में बिजली की खपत 5 करोड़ यूनिट के पार पहुंच सकती है, जो बीते साल से 10 प्रतिशत अधिक है। अब बिजली कंपनी इसकी तैयारी कर रही है।
बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री राजेश हारोड़े ने बताया कि अप्रैल माह में तापमान में वृद्धि होने के साथ ही बिजली की मांग बढऩे लगी है। शहर में करीब एक लाख 39 हजार घरेलू और व्यवसायिक उपभोक्ता हैं। बिजली की सबसे अधिक मांग अप्रैल से जून तक होती है।
अप्रैल माह में बिजली की मांग ने 4 करोड़ 70 लाख यूनिट तक का आंकड़ा छू लिया है। मई माह में इसके 5 करोड़ यूनिट तक पहुंचने की पूरी संभावना है। पिछले साल अप्रैल में शहर में बिजली खपत का आंकड़ा 4 करोड़ 30 लाख यूनिट था।
ये है खपत बढऩे की वजह….
नई कॉलोनियां विकसित होने के कारण शहर में बिजली कनेक्शनों की संख्या के साथ घरों में उपयोग होने वाले उपकरणों की संख्या भी बढ़ी है। बिजली कंपनी के पास मौजूद रिकॉर्ड के अनुसार, गर्मी के दौरान लगभग सवा दो लाख एसी, बीस लाख पंखे, दो लाख कूलर, सात लाख फ्रीज का प्रमुखता से इस्तेमाल होता है, इसीलिए बिजली की मांग बढ़ जाती है।
इन फीडरों पर लोड ज्यादा
पुराने शहर में बेगमबाग, जूना सोमवारिया, खजुर वाली मस्जिद आदि फीडर ओवरलोड है। नए शहर में मक्सी रोड फीडर, रिंग रोड फीडर, फ्रीगंज फीडर पर बिजली की खपत सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा होती है।
फीडर ओवरलोड होने से क्षेत्र की बिजली तो कई बार ट्रिप करती ही है साथ ही लो वोल्टेज से तार का टूटकर गिरना, ट्रांसफार्मर जलने जैसी समस्या बनी रहती है। इसलिए गर्मी के पहले ही ट्रांसफार्मर का मेंटेनेंस किया जाना जरूरी है, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।