अनिल फिरोजिया की नामांकन रैली में शामिल हुए CM मोहन यादव

CM मोहन यादव ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा
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अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन: उज्जैन संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ गई हैं। गुरुवार से नामांकन फॉर्म भरने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही भाजपा और कांग्रेस अपनी अपनी राजनीतिक ताकत फूंकने पर जोर लगा रहे। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 22 अप्रैल को शहर आए और रोड शो के माध्यम से प्रचार पर ताकत फूंकी ।उज्जैन पहुंचकर पार्टी प्रत्याशी अनिल फिरोजिया के नामांकन में शामिल होकर जनसभा को संबोधित किया ।
सबसे पहले वे भाजपा के संभागीय मीडिया सेंटर का शुभारंभ किया । इसके बाद दोपहर में सिंधी कॉलोनी स्थित हेमू कालानी उद्यान से शुरू होने वाली नामांकन रैली व रोड में शामिल हुए ।
CM मोहन यादव ने शहीद पार्क पर हुई एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।सीएम ने कहा कि भगवा देखते ही कांग्रेस की हालत सांड जैसी हो जाती है। ऐसा लगता है कि जैसे कि लाल कपड़ा दिखा दिया गया हो। कांग्रेसी तिरंगे के नाम पर वोट मांगते हैं। अगर इनको भगवा से नफरत है तो तिरंगे से भगवा निकालकर बताओ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए और राहुल गांधी का नाम लिए बगैर डा यादव ने कहा कि कहां राजा भोज और कहां गंगू…।
अपने भाषण के दौरान CM डा. यादव ने राहुल गांधी और कांग्रेस को कई बार घेरा। उन्होंने कहा कि उज्जैन से संत उमेशनाथ महाराज को हमने राज्यसभा भेजा। यह भाजपा ही कर सकती है। कांग्रेस ने उच्च सदन का मजाक बनाया है। अंग्रेज चले गए, मगर कांग्रेस नहीं सुधरी। 2014 में राहुल गांधी को लान्च किया गया। कहा गया कि मोदीजी का मुकाबला करने पप्पूजी आएंगे।
2014 में 115 कांग्रेसी सांसद रह गए और फिर 2019 में बस की सवारी जितने 52 सांसद। इस बार टेंपो की सवारी जितनी संख्या भी नहीं आनी वाली है। राहुल कुछ दिनों में वायनाड भी छोड़ देंगे। जनसभा को सांसद और लोकसभा प्रत्याशी अनिल फिरोजिया ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ही फिरोजिया ने नामांकन दाखिल किया।
लोकसभा सीट पर इस बार पार्टी ने सांसद अनिल फिरोजिया को दूसरी बार मैदान में उतारा है। कांग्रेस से तराना विधायक महेश परमार मैदान में किला लड़ा रहे हैं। उज्जैन सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती है। इस कारण पार्टी अभी उन सीटों पर फोकस कर रही जहां उसकी स्थिति कमजोर है।
डॉ. जटिया के नाम सबसे ज्यादा जीतने का रिकॉर्ड
उज्जैन लोकसभा सीट से सर्वाधिक बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड डॉ. सत्यनारायण जटिया के नाम है। उन्होंने पहला चुनाव 1980 में जनता पार्टी के टिकट से लड़कर जीता था। इसके बाद 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 का लोकसभा चुनाव लगातार जीता। 2009 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस नेता प्रेमचंद गुड्डू ने हरा दिया था। हालांकि अगले चुनाव में भाजपा के चिंतामणी मालवीय ने उन्हें हराकर हिसाब बराबर कर दिया था।
भाजपा का गढ़ है उज्जैन संसदीय सीट
भगवान महाकाल की नगरी और मध्य प्रदेश की धर्मधानी उज्जैन का लोकसभा क्षेत्र भाजपा का गढ़ माना जाता है। 17 में से 12 लोकसभा चुनावों में यहां भाजपा या इसके मातृ संगठन जनता पार्टी व भारतीय जनसंघ के प्रत्याशियों को जीत मिली। वर्ष 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद से ही इसकी नींव पड़ गई थी। जनसंघ के बाद भाजपा ने इस लोकसभा क्षेत्र में लगातार अपना परचम लहराया। 1967 में सीट एससी के लिए आरक्षित हुई, डॉ. जटिया सात बार जीते। 1984 में कांग्रेस के सत्यनारायण पंवार चुनाव जीते थे पर अपनी जीत को वे अगली बार वर्ष 1989 के चुनाव में दोहरा नहीं पाए।