सभी मूर्तियों को कपड़े से ढांककर रखा, करीब जाने पर रोक
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन महाकाल लोक में आखिरकार सप्तऋषियों की नई मूर्तियां दोबारा उसी स्थान पर स्थापित कर दी गई हैं। इन मूर्तियों का अनावरण मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 21 अगस्त को नागपंचमी पर कर सकते हैं। अभी इनको कोई देख नहीं सकता क्योंकि कपड़े से ढांककर रखा गया है। मूर्तियों के पास जाने पर भी अभी प्रतिबंध लगा रखा है।
महाकाल लोक में रात को मूर्तियां मुंबई से लाई गईं और रातोंरात ही पेडस्टल पर लगाने का काम भी युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया। सुबह होने से पहले सभी मूर्तियां लगा दी गई। इसके लिए मुंबई से ही एक टीम भेजी गई थी। सभी मूर्तियों को कपड़े से ढांक कर रखा गया है। इस कारण दर्शनार्थियों में मूर्तियों को देखने के लिए कौतूहल की स्थिति बनी हुई है।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार सीएम शिवराजसिंह चौहान नागपंचमी पर महाकाल दर्शन के लिए आएंगे। महाकाल दर्शन के लिए बनी टनल का लोकार्पण भी सीएम की उपस्थिति में किया जा सकता है। इसके अलावा महाकाल मंदिर के दूसरे चरण के कुछ कामों का लोकार्पण करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। इसी दौरान मूर्तियों का विधिवत अनावरण कराया जा सकता है। हालांकि सीएम का अभी अधिकृत कार्यक्रम नहीं आया है। जल्द ही स्थिति साफ होगी।
अक्षरविश्व में सबसे पहले
सप्तऋषियों की नई मूर्तियां 15 अगस्त तक महाकाल लोक आने की संभावना की खबर 5 अगस्त को पहले पेज पर प्रकाशित की थी। सीएम के पहले 18 अगस्त को आने की संभावना थी, लेकिन वे अब 21 को आने का कार्यक्रम बना रहे हैं। वे नागपंचमी पर दर्शन भी कर सकते हैं।
नई मूर्तियां बनने में लगे दो माह
नई मूर्तियां मुंबई से बनवाने में दो माह से ज्यादा का समय लगा। 28 मई को तेज आंधी के कारण छह मूर्तियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं। बाद में प्रशासन ने सभी सातों मूर्तियों को निकलवाकर नई मूर्तियां बनाने का निर्णय लिया था। सोमवार रात मूर्तियां बनकर महाकाल लोक पहुंच गईं। इसके साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।