अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, रुपए के विवाद में सहकर्मियों ने की थी हत्या

पंजाब भागने की फिराक में थे
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
पटियाला के रहने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस और क्राइम ब्रांच ने उज्जैन रेलवे स्टेशन से किया गिरफ्तार
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। माकड़ौन थाना क्षेत्र के ग्राम पानखेड़ी में हार्वेस्टर मालिक की हत्या के मामले में पुलिस और क्राइम ब्रांच ने दोनों आरोपियों को उज्जैन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर चंद घंटों में ही मामले का खुलासा कर दिया। दोनों ने रुपए के विवाद में हत्या की वारदात को अंजाम दिया था और पंजाब भागने की फिराक में थे।
पुलिस ने बताया कि सोमवार को ग्राम पानखेड़ी के तराना-रूपाखेड़ी रोड पर लाश पड़े होने की सूचना अनवर पिता सत्तार खां मंसूरी निवासी पानखेड़ी ने पुलिस को दी। उसने बताया कि उसकी किराना दुकान के पास टीनशेड में पप्पू उर्फ शिवचरण पिता हरिशंकर मीणा (35) निवासी ग्राम फूलशेख, श्योपुर अपने साथियों के साथ हार्वेस्टर लेकर ठहरा था। वह रविवार रात करीब 10 बजे दुकान बंद कर घर चला गया था। सोमवार सुबह करीब ६ बजे वह दुकान पहुंचा तो टीनशेड के नीचे लोहे की खटिया पर पप्पू उर्फ शिवचरण मीणा खून से लथपथ औंधे मुंह पड़ा था। इसकी सूचना उसने डायल ११२ और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मंसूरी की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की।
विशेष टीम का गठन
घटना को देखते हुए टीआई प्रदीप सिंह राजपूत ने विशेष टीम गठित की जिसने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर घटनास्थल और उसके आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, तकनीकी साक्ष्य जुटाए और मुखबिरों को सक्रिय किया। कुछ ही देर में पुलिस को सूचना मिली की आरोपी उज्जैन में छिपे हैं। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी जयवंत सिंह पिता महेंद्र सिंह (45) और हरदीप सिंह पिता सज्जन सिंह सोढ़ी (25) दोनों निवासी हरिनगर खेड़की, जिला पटियाला (पंजाब) को रेलवे स्टेशन से धरदबोचा।
सिर पर मारी थी रॉड
पूछताछ में आरोपियों ने बताया मृतक पप्पू मीणा हार्वेस्टर से फसल कटाई का काम करता था। उसने दोनों को काम पर रखा था। कामकाज एवं रुपयों के विवाद के चलते जयवंत सिंह ने लोहे की रॉड से पप्पू मीणा के सिर पर वारकर उसे मौत के घाट उतार दिया था।
इनका कहना
आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मंगलवार को इन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
प्रदीप सिंह राजपूत
टीआई, थाना माकड़ौन