कोचिंग सेंटर इंचार्ज और कर्मचारियों ने एडवांस फीस लेकर परिजनों से की लाखों की धोखाधड़ी

By AV NEWS

पुलिस ने शिकायत के बाद परिजनों से कहा… एफआईआर करेंगे तो आपको बुला लेंगे

उज्जैन। फ्रीगंज स्थित सेठी बिल्डिंग में संचालित होने वाली कोचिंग सेंटर के इंचार्ज और कर्मचारियों ने विद्यार्थियों के परिजनों से एडवांस फीस लेकर शिक्षण कार्य नहीं कराया। शिकायत करने पर कर्मचारी सेंटर से नौकरी छोड़कर चले गये। ठगाये परिजनों ने इसकी शिकायत माधव नगर थाने में आवेदन देकर की। पांच दिन गुजरने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और कुछ देर चर्चा के बाद टीआई ने परिजनों से कहा जिस दिन एफआईआर करेंगे आपको फोन कर बुला लेंगे।

यह था मामला

फ्रीगंज की सेठी बिल्डिंग में संचालित होने वाली बायजूस कोचिंग सेंटर के इंचार्ज निलेश देशमुख, कर्मचारी गौरव खटवानी, सौरभ जैन, प्रियम ने कक्षा 6 से 10 वीं तक बच्चों को कोचिंग सेंटर पर ऑफलाइन शिक्षण प्रदान करने व उनका रिजल्ट सुधारने का आश्वासन देकर एडवांस राशि 10 हजार रुपये प्रत्येक अभिभावक से लेकर संस्थान में एडमिशन का दबाव बनाया। बच्चों का केम्पस प्लेसमेंट करवाने की बात भी कही।

उक्त लोगों की बातों में आकर करीब 150 लोगों ने बच्चों के आधार कार्ड, पेन की फोटोकॉपी, बैंक खाते का विवरण, फोटोग्राफ आदि देकर 90 हजार रुपये प्रत्येक अभिभावक से जमा करवाये और बाकि 1 लाख 35 हजार रुपये किश्तों में जमा करवाये। इसके बदले उक्त लोगों ने प्रत्येक बच्चे को 3 वर्ष तक शिक्षण प्रदान करने अध्यापन कराने की बात कही थी, लेकिन पूरी फीस लेने के बाद भी कोचिंग सेंटर पर बच्चों को 2 वर्ष ही पढ़ाया गया और मार्च 2024 से सेंटर बंद कर दिया।

फोन पर संपर्क किया तो बेले सेंटर बंद हो गया है

ठगी का शिकार हुए एक बच्चे के अभिभावक पवन भावसार ने बताया कि हमारे द्वारा मोबाइल पर कोचिंग इंचार्ज व कर्मचारियों से संपर्क किया गया तो उनका जवाब था कि हमने सेंटर बंद कर दिया है। जब उनसे कहा कि हमारे द्वारा 3 वर्ष की फीस जमा कराई गई थी और एक वर्ष बाकि है तो हमारी एक वर्ष की फीस वापस करें तो इंचार्ज व कर्मचारियों ने राशि लौटाने से इंकार कर गाली गलौज कर धमकाया गया। ठगी का शिकार हुए बच्चों के अभिभावकों ने 6 अगस्त को माधव नगर थाने में इंचार्ज व कर्मचारियों के खिलाफ शिकायती आवेदन दिया।

4 घंटे इंतजार, जवाब मिला फोन करके बुला लेंगे

एक विद्यार्थी के अभिभावक पवन भावसार ने बताया कि 10 अगस्त को माधव नगर थाना प्रभारी ने ठगी का शिकार हुए परिजनों को थाने बुलाया था। सुबह 10 बजे से थाने में इंतजार करने के बाद दोपहर 2 बजे के लगभग थाना प्रभारी ने इंचार्ज नीलेश देशमुख को भी थाने बुलाया। पवन भावसार ने बताया कि टीआई व नीलेश ने एकांत में कुछ देर बातचीत की उसके बाद हमसे कहा कि जिस दिन एफआईआर करेंगे आपको फोन करके थाने बुला लेंगे। साथ ही यह जानकारी भी दी कि कोचिंग सेंटर पर काम करने वाले कर्मचारी सेंटर से काम छोड़कर चले गये हैं।

Share This Article