1 लाख पौधे लगाने को लेकर भी शीतयुद्ध

By AV News

एमआईसी सदस्य और पार्षदों ने प्रशासन की बैठक से किया किनारा

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन प्रशासन और नगर सरकार के बीच चल रहा शीतयुद्ध कम होने की जगह बढ़ता जा रहा है। अब हरियाली अमावस्या (4 अगस्त) पर प्रशासन ने एक लाख पौधे लगाने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है। इस सिलसिले में प्रशासन द्वारा बुलाई गई बैठक से एमआईसी सदस्यों के साथ पार्षदों ने किनारा कर लिया। इसे नगर निगम प्रशासन और नगर सरकार के बीच चल रहे शीतयुद्ध से जोडक़र देखा जा रहा है।

प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद से निगम प्रशासन और नगर सरकार के बीच शीतयुद्ध शुरू हुआ, जो अब चरम पर पहुंचता दिखाई दे रहा है। हरियाली अमावस्या पर शहर में एक लाख पौधे लगाने का निर्णय लिया गया है। इसको लेकर शुक्रवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में तैयारियों के लिए बैठक आयोजित की गई। इसमें विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, नगर निगम अध्यक्ष कलावती यादव, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक सम्मिलित हुए, लेकिन महापौर मुकेश टटवाल सहित एमआईसी के अधिकतर सदस्य और पार्षद उपस्थित नहीं हो सके।

एमआईसी सदस्य दुर्गा शक्तिसिंह चौधरी, कैलाश प्रजापत ही बैठक में आ सके। इसके अलावा नगर निगम में विपक्ष के नेता रवि राय मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार एमआईसी सदस्य और पार्षद पौधारोपण के इस नए अभियान से खुश नहीं हैं। एमआईसी सदस्यों का कहना है कि वार्डों में जब गड्ढे खोद दिए गए हैं और केवल पेड़ लगाना ही बाकी है तो निगम प्रशासन द्वारा संसाधन उपलब्ध क्यों नहीं कराए जा रहे। इसके चलते पार्षदों की निगम प्रशासन के प्रति नाराजी बनी हुई है, जो हरियाली अमावस्या पर किए जाने वाले पौधारोपण से पहले अप्रत्यक्ष रूप से सामने आ रही है।

एमआईसी में उठेगा सदस्यों का आक्रोश…

ग्रांड होटल के रूम नंबर 104 में से करोड़ों रुपए का सामान पाए जाने का मामला एमआईसी में तूल पकड़ सकता है। दरअसल, शुक्रवार को एमआईसी सदस्यों ने ग्रांड होटल पर पहुंचकर होटल में रखा करोड़ों रुपए का समान पकड़ा था, जो होटल में कबाड़ की तरह रख दिया था। सदस्य शिवेंद्र तिवारी, डॉ. योगेश्वरी राठौर, रजत मेहता, प्रकाश शर्मा, दुर्गा चौधरी, सत्यनारायण चौहान, कैलाश प्रजापत आदि ने ग्रांड होटल में अचानक निरीक्षण कर करोड़ों रुपए की गड़बड़ी का मामला पकड़ा है।

निगम ने लाखों रुपयों से सफाई व्यवस्था और कर्मचारियों को संसाधन उपलब्ध कराने के लिए समान खरीदा था। यह मामला भी अब एमआईसी में उठ सकता है। इसको लेकर अधिकारियों से सवाल जवाब किए जा सकते हैं। इस मामले को भी निगम प्रशासन और नगर सरकार के बीच छिड़े शीतयुद्ध से जोडक़र देखा जा रहा है।

गड्ढे तैयार हैं संसाधन नहीं

पौधारोपण के लिए हम कई दिनों से तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए गड्डे भी तैयार कर लिए गए हैं, लेकिन निगम के अधिकारी संसाधन और टीम ही उपलब्ध नहीं करा रहे। इस स्थिति में कैसे पौधारोपण किया जाए। पर्यावरण संरक्षण के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
-शिवेंद्र तिवारी, सदस्य लोक निर्माण और उद्यान समिति

महापौर बोले सूचना देरी से मिली

महापौर मुकेश टटवाल ने बताया हरियाली अमावस्या पर पौधारोपण की तैयारी के सिलसिले में बुलाई गई बैठक की सूचना देरी से मिली। इस कारण बैठक में नहीं जा सका। मैं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत निकल चुका था। पौधारोपण बहुत आवश्यक है और इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।

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