सुबह 7.30 बजे चली पांच मकानों पर निगम की जेसीबी,
इसके आगे की कार्रवाई बाद में
स्टे खारिज होते ही महाकाल के पास मकान तोडऩे पहुंचा प्रशासन का अमला
उज्जैन।महाकालेश्वर मंदिर परिसर विस्तार योजना फेस 2 के अंतर्गत बड़ा गणपति घाटी की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित मकानों को तोडऩे की कार्रवाई सुबह 7.30 बजे प्रशासन के अफसरों ने शुरू कराई। अफसरों ने बताया कि उक्त मकानों के मालिकों द्वारा लिया गया स्टे खारिज होने के बाद यह कार्रवाई की जा रही है।
पिछले दिनों भी प्रशासन के अफसर नगर निगम व पुलिस की टीम लेकर इन मकानों को तोडऩे पहुंचे थे, लेकिन मकान मालिकों द्वारा कोर्ट का स्टे दिखाने के बाद टीम को वापस लौटना पड़ा था।
कल उक्त स्टे की समय सीमा समाप्त हो गई तो सुबह नगर निगम की जेसीबी और डम्पर के साथ तोडफ़ोड़ गैंग के साथ सुबह अफसरों ने कार्रवाई शुरू कराई। अफसरों ने बताया कि जिस जमीन पर यह मकान स्थित हैं वह शासन के धर्मस्व विभाग की है। मकान 50 वर्ष से भी अधिक पुराने हैं। जिनका अधिग्रहण करने के बाद मंदिर परिसर विस्तार योजना को आगे बढ़ाया जाना प्रस्तावित है।
सामान समेटते रहे लोग…जिन मकानों को तोडऩे की कार्रवाई प्रशासन द्वारा सुबह शुरू की गई उनके मालिकों को पूर्व में ही नोटिस देकर मकान खाली करने की सूचना दे दी गई थी। सुबह तक मकानों में रहने वाले लोग सामान समेटते नजर आये। मकान टूटने के बाद यह लोग कहां जाएंगे इसकी जानकारी अफसरों के पास भी नहीं थी।
रास्ता बंद, फोर्स तैनात
नगर निगम द्वारा की जा रही मकानों को तोडऩे की कार्रवाई के चलते बड़े गणेश की तरफ जाने वाले मार्ग पर आवागमन प्रतिबंधित किया गया है। थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम और उनकी टीम सहित महिला थाना व अन्य थानों का पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया है।
कुछ मकानों पर अब भी हाईकोर्ट का स्टे…
अफसरों ने बताया कि बड़ा गणपति मंदिर तक करीब 3 मकान तोडऩा शेष हैं, लेकिन उन पर अभी हायकोर्ट का स्टे है इस कारण कार्रवाई नहीं की जा रही। अगले दो-तीन दिनों में स्टे की समय सीमा भी खत्म हो जायेगी तो उन्हें तोड़ा जायेगा।