एक माह के बच्चे को सडक़ पर पटका
उज्जैन। दरअसल, तहलका एक महिला का नाम है। यह नशा करती है। सोमवार सुबह 8.30 बजे के करीब उसे नशा इतना चढ़ गया कि मासूम बच्चे का ख्याल भी नहीं रहा। एक महीने के शिशु को सडक़ पर पटक दिया और खुद लोट लगाने लगी।
लोग यह तमाशा देख रहे थे, चूंकि मामला महिला का था इसलिए कोई आगे नहीं आया। ऑटो चालक साजिद खान आगे आया। उसने देवासगेट थाने पर सूचना दी। पुलिस के दो आरक्षक तरुण व उसके साथी मौके पर पहुंचे। महिला की हालत देखी। वह बेसुध थी। 108 एम्बुलेंस को फोन किया।
1 घंटे इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई। अंतत: पुलिस वाहन से उसे चरक अस्पताल लेकर आए। इधर भूख से तड़प रहे शिशु के लिए साजिद ने दूध की व्यवस्था की। एक बोतल लाया। निप्पल लगाकर शिशु को दूध पिलाया। समाचार लिखे जाने तक महिला को होश नहीं आया था।