यूजी-पीजी में 60 मिनट की समान अवधि, विकल्प प्रश्न हटाए जाएंगे
अक्षरविश्व न्यूज नईदिल्ली। सीयूईटी-यूजी वर्ष 2025 से कंप्यूटर आधारित परीक्षा के तौर पर होगी। परीक्षा के लिए 60 मिनट की समान अवधि होगी तथा विकल्प वाले प्रश्न हटाए जाएंगे। साथ ही विद्यार्थियों को किसी भी विषय में परीक्षा देने की इजाजत होगी, भले ही उन्होंने कक्षा 12वीं में उस विषय की पढ़ाई न की हो।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने बताया कि आयोग द्वारा गठित विशेषज्ञों की एक समिति ने परीक्षा की समीक्षा की तथा कई बदलावों का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा, बीते वर्ष के ‘हाइब्रिड मोड’ (कंप्यूटर एवं उत्तर पुस्तिका वाली व्यवस्था) के विपरीत 2025 से परीक्षा का माध्यम सीबीटी (कंप्यूटर आधारित परीक्षा) होगा। परीक्षा के लिए विषयों की संख्या भी 63 से घटाकर 37 कर दी गई है।
हटाए गए विषयों के लिए प्रवेश सामान्य योग्यता परीक्षण में मिले अंक के आधार पर दिए जाएंगे। 33 भाषाओं के लिए अलग परीक्षाओं की बजाय केवल 13 भाषाओं में परीक्षा होंगी। इनमें हिंदी, अंग्रेजी, असमिया, बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, उडिय़ा, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं। विशिष्ट विषयों की संख्या 29 से घटाकर 23 की गई है। उद्यमिता, शिक्षण योग्यता, फैशन अध्ययन, पर्यटन, कानूनी अध्ययन और इंजीनियरिंग ग्राफिक्स के पेपर हटाए गए हैं।
पांच विषयों में परीक्षा दे पाएंगे विद्यार्थी
यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने सीयूईजी-यूजी परीक्षा के वर्ष 2025 के संस्करण में किए गए बदलावों की व्याख्या करते हुए कहा कि विद्यार्थी अब छह की बजाय अधिकतम पांच विषयों में परीक्षा दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल कुछ विषयों की परीक्षा का समय 60 मिनट था और कुछ का 45 मिनट था। लेकिन इस साल सभी विषयों के लिए 60 मिनट का समय दिया जाएगा। परीक्षा में वैकल्पिक प्रश्नों की अवधारणा भी समाप्त कर दी गई है और अब सभी प्रश्न अनिवार्य होंगे।