दोस्त बोले… दर्शन करने के लिए आ रहे थे, दरवाजे को तोड़कर निकाला
उज्जैन। दोस्तों के साथ कटरा-डॉ. अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस से उज्जैन दर्शन करने आ रहे युवक का शव ट्रेन के टायलेट में मिला। दोस्तों ने दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाला और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टर ने युवक को मृत घोषित कर शव को पीएम रूम में रखवाया। जीआरपी ने युवक के परिजनों को सूचना दी है।
हितेश पिता सुरेन्द्र मित्तल 26 वर्ष निवासी सोनीपत हरियाणा अपने दोस्त शुभम पिता पवन गर्ग निवासी पानीपत और हेमंत मित्तल के साथ कटरा-डॉ. अम्बेडकर नगर एक्सप्रेस से उज्जैन की यात्रा कर रहा था। हेमंत मित्तल ने बताया कि हम लोग पानीपत से ट्रेन में सवार हुए थे जो 6 घंटे लेट आई थी। भोजन के बाद सभी लोग अपनी-अपनी बर्थ पर सो गये। रात करीब 2.30 बजे कोच में शोर शराबा हुआ तो आंख खुली।
हमने देखा हितेश अपनी बर्थ पर नहीं था। कोच में आसपास तलाश किया तो पता चला टायलेट का दरवाजा अंदर से बंद है और उसमें कोई व्यक्ति फंस गया है। हितेश के टॉयलेट में होने की शंका के चलते अन्य यात्रियों की मदद से टायलेट के दरवाजे की चटकनी तोड़कर देखा तो हितेश पड़ा था। तब तक ट्रेन उज्जैन स्टेशन पहुंच चुकी थी। यहां स्टेशन मास्टर को सूचना दी तो उन्होंने एम्बुलेंस को बुलवाया। हितेश को जिला अस्पताल लेकर आये जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
किराने की दुकान चलाता था
हितेश के दोस्तों ने बताया कि वह सोनीपत में किराने की दुकान चलाता था। उसके पिता भी दुकान चलाते हैं। हितेश ग्रेजुएट था और उसके एक भाई व दो बहन भी हैं। परिजनों को सूचना दे दी है और वह सोनीपत से उज्जैन के लिये रवाना हो चुके हैं। डॉक्टर का कहना था कि हितेश की मृत्यु संभवत: हार्ट अटैक से हुई है। हालांकि पीएम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट होगा।