अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन सरकारी स्कूलों के अधिकांश शिक्षकों की विधानसभा चुनाव में ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही स्कूलों को भी मतदान केंद्र बनाया जाएगा। चुनाव के कारण चौथी से आठवीं कक्षा की अद्र्धवार्षिक परीक्षा टालने की नौबत आ चुकी है। प्रदेश में १७ नवंबर को मतदान है। खास बात यह है कि राज्य शिक्षा केंद्र ने मतदान वाले दिन 17 नवंबर को भी परीक्षा रखी है, जबकि मतदान वाले दिन छुट्टी रहती है। ऐसे में परीक्षा शेड्यूल में संशोधन की मांग उठने लगी है। कई संगठनों ने राज्य शिक्षा केंद्र को ज्ञापन भेजकर टाइम टेबल बदलने की मांग की है।
निर्वाचन कार्यों में ड्यूटी से परीक्षा कार्यक्रम गड़बड़ाया
निर्वाचन कार्यों में ड्यूटी लगने से परीक्षा कार्यक्रम गड़बड़ा रहा है। ऐसी स्थिति में परीक्षा करवाना थोड़ा मुश्किल है। राज्य शिक्षा केन्द्र को परीक्षा तारीखों में तत्काल फेरबदल करना चाहिए। पूरे प्रदेश में दिसंबर के दूसरे सप्ताह में अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं का आयोजन किया जाए। केंद्र के संचालक धनराजू एस. का कहना है कि विधानसभा चुनाव के मतदान की तारीख पता है। इस बीच स्कूलों में परीक्षा रखी है। इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा की जा रही है।
पहले अक्टूबर में होना थी
प्रश्नपत्र समय पर नहीं प्रिंट होने के कारण राज्य शिक्षा केंद्र ने अक्टूबर के बजाय परीक्षा नवंबर में रखी। इसमें चौथी से लेकर आठवीं कक्षा की परीक्षा 6 से 18 नवंबर के बीच करवाना तय हुआ। अब विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद परीक्षा को लेकर संकट खड़ा हो चुका है। सरकारी स्कूलों का अधिकांश स्टाफ की निर्वाचन कार्यों में ड्यूटी में लगी है। ऐसे में परीक्षा करवाना स्कूलों के लिए चुनौती है। यहां तक कि मतदान वाले दिन यानी 17 और 18 नवंबर को केंद्र ने पेपर रखा है। शिक्षकों के अनुसार 17 नवंबर को मतदान केंद्र पर ड्यूटी लगेगी। उसके बाद चुनाव सामग्री देने जाना होगा। यह काम देर रात तक चलता है। ऐसे में अगले दिन शिक्षकों को परीक्षा करवाना संभव नहीं है।