आदेश की अवहेलना करना भारी पड़ा, त्रिमूर्ति पेट्रोल पंप सील

काफी दिनों से मिल रही थी गड़बड़ी की शिकायत, फिर पहुंच गई टीम

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तय लिमिट से अधिक मिला स्टॉक, 15,841 लीटर डीजल और 6,989 लीटर पेट्रोल जब्त

अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। जिला प्रशासन के कार्यक्रम में कलेक्टर के निर्देश पर अधिग्रहित वाहनों में पेट्रोल-डीजल देने से मना करना और जांच में गड़बड़ी पाए जाने के बाद नापतौल विभाग ने पंथपिपलई स्थित एक पेट्रोल पंप पर कार्रवाई की। यहांं से तय स्टॉक लिमिट से ज्यादा स्टॉक मिलने पर हजारों लीटर पेट्रोल-डीजल जब्त कर उसे आगामी आदेश तक के लिए सील कर दिया है।

जिला आपूर्ति नियंत्रक नुज़हत बकाई ने बताया कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के निर्देश पर शासकीय कार्यकम के लिए वाहनों का अधिग्रहण किया गया था। अधिग्रहित वाहनों में डीजल प्रदाय के लिए जिले के विभिन्न पेट्रोल पंपों के अधिग्रहण आदेश जारी किए गए थे लेकिन पंपपिपलई के त्रिमूर्ति पेट्रोल पंप ने डीजल देने से इंकार कर दिया।

इसके अलावा पंप की कई दिनों से अलग-अलग माध्यमों से शिकायतें मिल रही थीं। संदेह के आधार पर नापतौल विभाग की टीम ने पेट्रोल पंप की जांच की। इस दौरान पंप में पेट्रोल/डीजल अपनी तय स्टॉक लिमिट से +-4 प्रतिशत से अधिक पाया गया। पेट्रोल के माप में भी गड़बड़ी मिली। जिसके बाद नापतौल विभाग ने नोजल सील किया गया।

संचालनकर्ता कोई और, चला कोई और रहा

सबसे बड़ी अनियमितता जांच में उस वक्त सामने आई जब पेट्रोल पंप की एलओआई की जांच करने पर संचालनकर्ता जतिन चावड़ा का नाम पाया गया, जबकि संचालन दाऊदखेड़ी का शंकरसिंह ठाकुर कर रहा है। इस संबंध में शंकरसिंह ठाकुर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सके। इसके बाद तय सीमा से अधिक स्टॉक पाए जाने पर 21 लाख 26 हजार 72 रुपए का 15,841 लीटर डीजल और 6,989 लीटर पेट्रोल जब्त कर पंप को आगामी आदेश तक के लिए सील किया गया।

काफी अनियमितता पाए जाने पर पंप को सील किया है। प्रकरण बनाकर कलेक्टर को भेजा गया है। इसके अलावा ऑइल कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों को भी पंप की वस्तुस्थिति से अवगत करवाने के लिए पत्र भेजा जाएगा।- नुजहत बकाई, जिला आपूर्ति नियंत्रक

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