नए पोस्टमार्टम रूम के लिए डीपीआर तैयार

By AV News

चरक के आसपास बनाने पर विचार, शासन की मंजूरी का इंतजार

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन जिला चिकित्सालय की पुरानी बिल्डिंग को तोडक़र शासन द्वारा प्रस्तावित मेडिकल कॉलेज के लिए नया भवन तैयार किया जाना है। इसके लिए शासन के स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रशासन की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। जिला चिकित्सालय की बिल्डिंग के साथ ही परिसर में स्थित जेल वार्ड, ओपीडी कक्ष और पोस्टमार्टम रूम को भी डिस्मेंटल किया जाना है। सभी के बीच बड़ी समस्या पोस्टमार्टम रूम की है। इसके लिए सीएमएचओ कार्यालय द्वारा नये पोस्टमार्टम रूम के लिये डीपीआर बनाकर शासन को भेज दी और अब मंजूरी का इंतजार है।

चरक अस्पताल में भी चल रही शिफ्टिंग की तैयारी

जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी के साथ ही सभी प्रकार के मरीजों और अर्थोपेडिक वार्ड भी संचालित हो रहा है। करीब 100 वर्ष पुराने अस्पताल भवन को तोडक़र शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज के लिए नई बिल्डिंग तैयार कराई जाएगी। इस दौरान जिला चिकित्सालय के वार्डों को माधवनगर और चरक अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। 7 मंजिल के सर्वसुविधायुक्त चरक अस्पताल भवन में फिलहाल सिविल वर्क, लाईट, पार्टीशन, प्लंबरिंग आदि का कार्य प्रचलित है। वार्ड, बेड और स्टाफ की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यहां काम कराये जा रहे हैं।

मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट का इंतजार

जिला चिकित्सालय परिसर में भोपाल की प्रायवेट कंपनी द्वारा शासन के निर्देशानुसार मिट्टी परीक्षण का काम किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय परिसर के अलावा सामने स्थित कैंसर परीक्षण एवं उपचार यूनिट के परिसर में भी मिट्टी परीक्षण का काम चल रहा है। कर्मचारियों ने बताया कि जिला चिकित्सालय के आसपास करीब 20 स्थानों पर 30 फीट से अधिक गहराई तक खुदाई करने के बाद मिट्टी व पत्थर के नमूने लिये जा रहे हैं जिनकी लैब में टेस्टिंग के बाद रिपोर्ट आना है।

मंजूरी मिलने के बाद भवन का काम शुरू होगा पोस्टमार्टम कक्ष को चरक के आसपास बनाने का निर्णय हो चुका है। इसकी डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी जा चुकी है। शासन स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद नये भवन का काम शुरू होगा। इसके अतिरिक्त अस्पताल शिफ्टिंग की प्रक्रिया भी चल रही है जिसके अंतर्गत चरक अस्पताल में सिविल, लाईट, पार्टीशन आदि कार्य चल रहे हैं। – अशोक पटेल, सीएमएचओ

ऐसा है अस्पताल का पोस्टमार्टम रूम

जिला चिकित्सालय के पोस्टमार्टम कक्ष में 8 शवों के परीक्षण के लिए स्टैंड बने हैं। इसके अलावा शवों को लंबे समय तक रखने के लिए 4 से अधिक डी फ्रीजर भी हैं। हालांकि पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर अस्पताल प्रशासन द्वारा मरीजों के परिजन अथवा पुलिस के लिए न तो बैठने की और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था की गई है। खासकर बारिश के दौरान यहां मृतक के परिजनों व पुलिसकर्मियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

अब जबकि जिला चिकित्सालय के नये भवन का निर्माण की प्रक्रिया प्रचलन में आ चुकी है ऐसे में पोस्टमार्टम कक्ष को शिफ्ट करने को लेकर अफसरों के बीच लंबी चर्चाओं का दौर चला और उसके बाद डीपीआर तैयार की गई है। बताया जाता है कि पोस्टमार्टम कक्ष को चरक अस्पताल के आसपास ही शिफ्ट किया जाएगा, जिसकी डीपीआर तैयार कर शासन को भेजी गई है। शासन स्तर पर मंजूरी मिलने के बाद नये पीएम रूम का भवन बनना शुरू होगा।

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