जबलपुर में आयोजित इंडो डायलॉग कॉन्फ्रेंस में डॉ. विजय गर्ग शामिल हुए

उज्जैन। जबलपुर में आयोजित इंडो डायलॉग कॉन्फ्रेंस में डॉ. विजय गर्ग ने बताया कि ईसीजी जैसी सरल, सस्ती, सुगम जांच दिल की बीमारियों को जानने में तो बहुत उपयोगी है।
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परंतु शरीर की अन्य बीमारी में भी इसका उपयोग हो रहा है। मुख्यत: शरीर में पोटेशियम कम या ज़्यादा होना, फेफड़ों में थक्का जमना, लंबे समय तक चलने वाली सांस की बीमारियां सेल्फोस एवं भांग पॉइजनिंग को भी हम मरीज की कहानी के साथ ईसीजी से सरलता से पहचान सकते हैं। डॉ. गर्ग ने कहा ईसीजी की जांच मरीज कहीं भी करा सकता है।
बीमारी में इलाज से फायदा हुआ कि नहीं हुआ कोई भी ईसीजी से पहचान सकते है। सम्मेलन में उज्जैन के प्रोफेसर डॉ. विमलेश पाटीदार को सर्वशेष्ठ शिक्षक सम्मान से नवाज़ा गया। आरडी गार्डी मेडिसिन के फाइनल ईयर के डॉक्टर यश देशमुख ने पेपर प्रजेंटेशन प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त किया। करीब 300 चिकित्सकों ने कार्यक्रम में भाग लिया। दो दिन चले सम्मेलन में शुगर की बीमारी, दिल की बीमारी, मोटापे की बीमारी के बारे में विचारों का आदान प्रदान हुआ।