Monday, December 11, 2023
Homeउज्जैन समाचारआगर-बड़ौद के रास्ते बड़ी मात्रा में उज्जैन तक पहुंच रहा नशा, सिर्फ...

आगर-बड़ौद के रास्ते बड़ी मात्रा में उज्जैन तक पहुंच रहा नशा, सिर्फ बेचने वाले ही पुलिस की पकड़ में

झालावाड़ जिले के तीन गांवों से जुड़ी स्मैक तस्करों की चैन

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन शहर में स्मैक पावडर की तस्करी का रैकेट दिनोंदिन फैलता जा रहा है। पुलिस द्वारा स्मैक पावडर बेचने वालों की गिरफ्तारी तो की जा रही है, लेकिन इसके पूरे रैकेट का खात्मा होना मुश्किल नजर आ रहा है, जबकि विभिन्न थाना क्षेत्रों में 100 रुपये से लेकर अलग-अलग कीमतों में स्मैक के टोकन बिक रहे हैं।

इन गांवों में से 100 से 150 पैडलर सक्रिय

पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजस्थान के झालावाड़ जिले में आने वाले गांव घाटाखेड़ी, दूधलिया, चाचोनी गांवों में 100 से 150 तस्कर सक्रिय हैं जिनके द्वारा बड़ी मात्रा में उज्जैन ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य जिलों में भी स्मैक की तस्करी की जाती है। उज्जैन के तस्कर स्वयं उक्त गांवों में जाकर स्मैक पावडर खरीदकर लाते हैं और उनके 100 रुपये से लेकर अलग-अलग कीमतों के टोकन बनाकर शहर में बेचते हैं। कई बार उक्त गांवों के तस्कर पैडलर के माध्यम से भी स्मैक पावडर उज्जैन तक पहुंचा देते हैं।

एक सप्ताह में 4 पकड़ाये

नीलगंगा पुलिस ने अब तक स्मैक पावडर बेचने वाले तीन बदमाशों निज्जू उर्फ निजाम निवासी राजीव रत्न कालोनी, पप्पू उर्फ राजा देवधरे निवासी शास्त्री नगर और रोहित बौरासी निवासी जबरन कालोनी को पिछले दिनों गिरफ्तार कर इनके पास से अलग-अलग मात्रा में स्मैक पावडर कुल कीमत 2 लाख से अधिक का बरामद कर एनडीपीएस के तहत केस दर्ज किया जबकि महाकाल थाना पुलिस ने अरबाज निवासी लोहे का पुल को कंधार मोहल्ला से 15 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। एक सप्ताह में कुल 4 स्मैक तस्करों को दो थाना पुलिस ने पकडकऱ एनडीपीएस के तहत केस दर्ज किया।

इन रास्तों से आता है मौत का नशा

स्मैक के नशे के बारे में जानकार बताते हैं कि एक बार किसी व्यक्ति को पीने की लत लग जाये तो इसे छोड़ पाना बड़ा मुश्किल होता है। स्मैक पावडर का नशा करने के लिये अनेक लोग अपराध करने से भी नहीं चूकते। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आगर, बड़ौद, डग और मंदसौर के रास्ते झालावाड़ के गांवों से स्मैक पावडर उज्जैन तक पहुंचता है। नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील बताते हैं कि पिछले एक वर्ष में राजस्थान के 7 पैडलरों को गिरफ्तार कर लाखों रुपये कीमत का स्मैक पावडर जब्त कर चुके हैं। उक्त पैडलर झालावाड़ जिले के रहने वाले थे जो वर्तमान में जेल में हैं।

पुलिस का खुफिया तंत्र फैल, मुखबिर भी सक्रिय नहीं

पुलिस द्वारा स्मैक तस्करों को मुखबिर की सूचना पर ही पकड़ती है। वर्तमान में पुलिस का खुफिया तंत्र भी निष्क्रिय है। यही कारण है कि शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर स्मैक सहित गांजा, एमडी जैसे नशीले पदार्थों का विक्रय हो रहा है, जबकि पुलिस द्वारा प्रतिदिन अभियान चलाकर सिर्फ सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों की धरपकड़ कर उनके खिलाफ धारा 36 बी की कार्रवाई कर रही है।

राजस्थान से भी पकडकऱ लाए हैं तस्कर

नीलगंगा थाना प्रभारी तरुण कुरील बताते हैं कि पिछले सप्ताह में 3 तस्करों को पकडकऱ स्मैक पावडर जब्त किया है। इसके पूर्व पैडलरों के पकड़ाने पर उनसे पूछताछ के बाद राजस्थान से भी तस्करों को पकडकऱ लाए हैं। वहीं महाकाल थाना प्रभारी मुनेन्द्र गौतम ने बताया कि नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा तुरंत कार्रवाई की जाती है। तीन दिन पहले ही एक तस्कर को पकड़ा है।

जरूर पढ़ें

मोस्ट पॉपुलर