महाकाल मंदिर की आउटसोर्स कंपनी केएसएस के कर्मचारियों ने की हड़ताल

By AV NEWS 2

कलेक्टर से शिकायत कर बोले- मासिक वेतन में 3000 रुपये कम भुगतान किया

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा सुरक्षा, सफाई, अन्नक्षेत्र सहित अन्य व्यवस्थाओं का कार्य आउटसोर्स कंपनी के माध्यम से कराया जाता है। इसका ठेका लेने वाली कंपनी केएसएस के कर्मचारियों ने सुबह वेतन मेें राशि काटने से नाराज होकर हड़ातल कर दी और कलेक्टर को भी अवगत कराया। हालांकि कुछ देर काम बंद करने के बाद समिति कर्मचारियों का मार्गदर्शन मिला तो सभी कर्मचारी फिर से काम पर लौट गये।

केएसएस कंपनी के कर्मचारी कम्प्यूटर ऑपरेटिंग, सफाई, सुरक्षा, अन्नक्षेत्र से लेकर विभिन्न कार्यों में संलग्न होकर महाकालेश्वर मंदिर के विभागों में काम कर रहे हैं। सुबह महाकाल लोक पार्किंग के पीछे स्थित अन्नक्षेत्र के करीब 35 कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। सूचना मिलने पर अन्नक्षेत्र के व्यवस्थापक मिलिंद वैद्य, राजेन्द्र सिसौदिया, मनीष तिवारी तत्काल यहां पहुंचे और काम बंद कर नारेबाजी कर रहे आउटसोर्स कर्मचारियों से चर्चा की।

कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि केएसएस कंपनी द्वारा पिछले माह के वेतन भुगतान में 3000 रुपए की कमी कर दी है, जबकि हमारे द्वारा न तो छुट्टी मनाई गई और न ही काम से अनुपस्थित रहे। उक्त कंपनी का काम देखने वालों से संपर्क करने पर पता चला कि किसी एक विभाग के नहीं बल्कि सभी विभागों के कर्मचारियों के वेतन में कटौती की गई है। व्यवस्थापकों ने उक्त कर्मचारियों को समझाइश दी और काम पर लौटने की बात कही तो सभी कर्मचारी अपने काम पर लग गये। अन्नक्षेत्र में उक्त कर्मचारी भोजन परोसने से लेकर बनाने और अन्य काम करते हैं।

कलेक्टर ने दिया अश्वासन

सुबह महाकालेश्वर मंदिर में दर्शनों के लिए कलेक्टर नीरज कुमार सिंह पहुंचे थे। यहां पर केएसएस कंपनी के कम्प्यूटर ऑपरेटर्स ने कलेक्टर से मुलाकात की और उन्हें कंपनी द्वारा बिना कारण वेतन काटने की जानकारी दी तो कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया तो उक्त कर्मचारी भी पुन: अपने काम पर लौट गए।

मंदिर समिति का जुर्माना बना कारण

केएसएस कंपनी द्वारा वेतन काटने से नाराज कर्मचारियों ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा केएसएस कंपनी पर कार्य में लापरवाही के चलते 5 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। कंपनी द्वारा उसी जुर्माने की भरपाई करने के लिए कर्मचारियों के वेतन से 3000 रुपये काटे गये हैं, जबकि उक्त जुर्माने की कार्यवाही से कर्मचारियों का कोई लेना देना नहीं था।

व्यवस्थापकों ने की थी दूसरी व्यवस्था

अन्नक्षेत्र की व्यवस्थाओं से जुड़े मिलिंद वैद्य, राजेन्द्र सिसौदिया और मनीष तिवारी ने बताया कि अन्नक्षेत्र से भगवान महाकालेश्वर के भोग की थाली प्रतिदिन 11 बजे तैयार कर मंदिर पहुंचाई जाती है। आउटसोर्स कर्मचारियों की हड़ताल की सूचना मिलते ही दो बिंदुओं पर काम शुरू कर दिया था।

यदि कर्मचारी वापस काम पर नहीं लौटते हैं तो मंदिर समिति के कर्मचारियों का सहयोग लेकर समय पर भगवान के भेाग की थाली तैयार की जायेगी और यदि कर्मचारी वापस काम पर लौटते हैं तो भी समय पर ही भगवान को भोग लगाया जायेगा। हालांकि कर्मचारी समझाईश के बाद वापस काम पर लौट आये हैं और भगवान को समय पर ही भोग लगाने के बाद अन्नक्षेत्र में भोजन के लिये आने वालों को भी समय पर भोजन कराया जाएगा।

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