नववर्ष पर 10 लाख भक्तों के आने का अनुमान, दर्शन व्यवस्था में बदलाव की तैयारी

अभी से होटलों में बुकिंग फुल, सभी को दर्शन कराने की तैयारी में जुटा प्रशासन
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उज्जैन। भगवान महाकाल के भक्त हर साल की तरह इस साल भी नया साल उज्जैन में मनाने को आतुर हैं। होटलों में बुकिंग फुल हो चुकी हैं। साल के आखिरी दिनों में करीब 10 लाख लोगों के उज्जैन आने का अनुमान है। दर्शनार्थियों की संख्या को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भी व्यवस्था में बदलाव की तैयारी की है ताकि सभी को सुलभ दर्शन मिल सकें। उज्जैन में हर साल अवकाश शुरू होते ही 25 दिसंबर से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाता है जो साल के आखिरी दिनों में अपने चरम पर होता है। हर व्यक्ति चाहता है कि नया साल वो भगवान महाकाल के दर्शन के साथ शुरू करे। इस बार भी होटलों की बुकिंग के हालात को देखते हुए साफ है कि हजारों दर्शनार्थी उज्जैन आने की तैयारी कर चुके हैं। होटल व्यवसायी संजीव गुप्ता हेप्पी भाई का कहना है कि 25 दिसंबर के बाद 10 जनवरी तक बुकिंग फुल हैं। अन्य होटलों में भी यही हाल है।
भस्मार्ती के लिए ऑफलाइन व्यवस्था
न ए साल की भीड़ को देखते हुए महाकाल मंदिर में भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग 25 दिसंबर से बंद रहेगी। 5 जनवरी तक ऑफलाइन फॉर्म भरकर ही अनुमति मिलेगी। सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मंदिर में सीमित स्थान होने के कारण सभी भक्तों को अनुमति प्रदान करना संभव नहीं है। इसलिए अत्यधिक भीड़ वाले इन दिनों के लिए ऑनलाइन बुकिंग को बंद कर दिया गया है। इस अवधि में भस्म आरती की अनुमति केवल ऑफलाइन फॉर्म भरकर ही मिलेगी। इसके लिए श्रद्धालुओं को एक दिन पहले आकर फॉर्म भरने होंगे और अनुमति दर्शनार्थियों की संख्या के आधार पर ही मिल सकेगी।
कतार में कर सकते हैं दर्शन
सहायक प्रशासक आशीष फलवाडिय़ा ने बताया कि कोई निराश न लौटे, इसके लिए भस्म आरती दर्शन कतार में कर सकते हैं। सभी दर्शनार्थी बिना किसी परेशानी के कतार से कार्तिकेय मंडपम से भस्मारती दर्शन कर सकते हैं और मंदिर प्रांगण में जगह-जगह लगी एलईडी पर पूरी भस्मारती का लाइव दर्शन भी कर सकते हैं। नए साल को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, जिसमें दर्शन का नया प्लान भी शामिल है।
मंदिर में यह रहेगी दर्शन व्यवस्था
अधिक भीड़ होने पर दर्शनार्थियों को कर्कराज पार्किंग से शक्तिपथ के रास्ते श्री महाकाल महालोक होते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालु गणेश व कार्तिकेय मंडप से भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे।
यहां रहेगी पार्किंग
कर्कराज मंदिर, भील समाज धर्मशाला, नृसिंह घाट क्षेत्र।
हरिफाटक चौराहा के पास इम्पीरियल होटल के पीछे तथा मन्नत गार्डन।
दिल्ली की कंपनी के हाथों में सुरक्षा कमान
न ए साल में बाबा महाकाल के दरबार की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। 1 जनवरी 2026 से श्री महाकालेश्वर मंदिर परिसर की सुरक्षा का जिम्मा दिल्ली की सुरक्षा एजेंसी कोर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड संभालेगी। मंदिर प्रबंध समिति को इसके लिए सालाना लगभग 20 करोड़ खर्च करने होंगे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि इससे पहले काम कर रही कंपनी क्रिस्टल का टेंडर पूर्व में ही खत्म हो गया है, जिसके बाद नए सिरे से टेंडर कॉल किए गए थे और दिल्ली की कोर सर्विसेज कंपनी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। कंपनी 1 जनवरी से 1000 गार्ड के साथ अपना काम शुरू करेगी। पिछली कंपनी में लगभग 700 गार्ड तैनात थे।
1000 गार्ड संभालेंगे सुरक्षा कुछ के पास हथियार
कंपनी मंदिर में कुल 1000 गार्ड तैनात करेगी।
सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट में कुछ गार्डों को हथियारों के साथ तैनात करने की शर्त भी रखी गई है।
कंपनी को मंदिर में डोर मेटल डिटेक्टर, हैंड मेटल डिटेक्टर, वॉकी-टॉकी के साथ ही उच्च कौशल सुपरवाइजर, सुरक्षा अधिकारी और गार्ड को तैनात करने को कहा गया है।
पुराने व अनुभवी गार्डों को भी मिलेगा मौका
सूत्रों के मुताबिक मंदिर में गार्ड की नियुक्ति कंपनी ही करेगी। हालांकि मंदिर समिति ने बरसों से मंदिर में सेवाएं दे रहे अनुभवी गार्डों की सेवाएं लेने का सुझाव भी दिया है। सभी गार्डों को दर्शनार्थियों से किए जाने वाले बेहतर व्यवहार की ट्रेनिंग भी कंपनी देगी।









