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अनुमति नहीं तो भी आराम से कर सकते हैं आप महाकाल भस्मारती दर्शन

मंदिर समिति ने बनाई सुविधाजनक व्यवस्था, रोज हजारों दर्शनाथी उठा रहे लाभ

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। भगवान महाकालेश्वर की भस्मारती देखने की चाहत उज्जैन आने वाले हर दर्शनार्थी के मन में होती है। यात्री इसके लिए तमाम जुगत भी लगाते हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने अब ऐसी व्यवस्था बना दी है कि जिससे हर व्यक्ति सुविधाजनक भस्मारती दर्शन कर सकता है। भले ही उसके पास अनुमति नहीं हो।

देशभर में सिर्फ महाकाल मंदिर में भगवान को भूतभावन स्वरूप में भस्मारती कर श्रृंगारित किया जाता है। भस्म चढ़ाने और उसके बाद होने वाली आरती का अद्भुत क्षण देखने की इच्छा से दूर-दूर से दर्शनार्थी उज्जैन आते हैं। नियमों के मुताबिक भस्मारती में शामिल होने के लिए रोज करीब 1800 लोगों को अनुमति जारी होती है। जबकि दर्शन की चाहत लिए हजारों लोग आते हैं। ऐसे में मंदिर समिति ने सुलभ व्यवस्था बनाई है चलित भस्मारती दर्शन की व्यवस्था की है।

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कतार में दर्शन करें प्रांगण में आरती देखें
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के उप प्रशासक एसएन सोनी ने बताया कि अनुमति वाले दर्शनार्थियों के अलावा अन्य दर्शनार्थी भी जो सुबह भस्मारती दर्शन के लिए आते हैं, उन्हें एक कतार के जरिए कार्तिक मण्डपम् से भगवान महाकाल के आरती दर्शन कराए जाते हैं। इसके बाद वे लोग मंदिर प्रांगण व महाकाल लोक में लगी अलग-अलग बड़ी स्क्रीन पर भी सुविधाजनक रूप से भस्मार्ती दर्शन कर सकते हैं। स्क्रीन के समक्ष बैठने के लिए बेंच और टेंट भी लगे हैं। यहां सावन के महीने में हजारों लोग भस्मारती दर्शन का आनंद लेते हैं।

अंदर बैठे दर्शनार्थियों को भी स्क्रीन पर ही होते हैं दर्शन
मंदिर समिति से अनुमति के बाद मंदिर में प्रवेश करने वाले दर्शनार्थियों को भी स्क्रीन पर भी दर्शन होते हैं। सूत्रों के मुताबिक अनुमति लेकर अंदर गए दर्शनार्थियों को नंदी हॉल, गणेश मंडप और अभिषेक स्थल पर बैठाया जाता है। नंदी हॉल के कुछ एक दर्शनार्थियों के अलावा किसी को भी गर्भगृह से सीधे दर्शन नहीं होते। इस कारण मंदिर समिति ने अंदर भी बड़ी स्क्रीन जगह-जगह लगाई है ताकि दर्शन मेें सुविधा हो। बाहर भी वहीं दृश्य दिखता है जो अंदर की स्क्रीन पर चल रहा है।

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मंदिर आने वाले सभी श्रद्धालु को होते हैं भस्मारती दर्शन
मंदिर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को कतार में लगकर चलित भस्मारती दर्शन की व्यवस्था है। कोई भी व्यक्ति किसी अनाधिकृत व्यक्ति के झांसे में आकर धोखे से बचे और सीधे मंदिर पहुंचकर भस्मारती दर्शन करे। चलित लाइन से आम दिनों में ३ हजार और विशेष दिनों में १० हजार लोग दर्शन लाभ उठाते हैं। भस्मारती लाइव मंदिर प्रांगण व महालोक मेें लगी बड़ी स्क्रीनों पर भी चलता है और इसकी मदद से प्रत्येक दर्शनार्थी को सुविधाजनक दर्शन होते हैं।
-मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति।

भस्मारती दर्शन अनुमति की यह है व्यवस्था

ऑनलाइन – एक दिन में 400 ऑनलाइन अनुमति 200 रुपए शुल्क से जारी होती है। यह एक महीने पहले खुल जाती है इस कारण अधिकतर दिनों बुकिंग फुल रहती है।

काउंटर – भस्मारती काउंटर से रोज 300 लोगों को नि:शुल्क अनुमति जारी होती है। काउंटर सुबह 7 बजे खुलता है। पहले 60 लोगों को फॉर्म जारी होते हैं। एक फॉर्म पर 5 व्यक्ति को अनुमति मिलती है। फॉर्म दोपहर तीन बजे आधारकार्ड व अन्य जानकारी के साथ भस्मारती काउंटर पर ही जमा करना होता है। इसके बाद अनुमति जारी होती है। इसके लिए लोग रात से ही काउंटर पर कतार लगा लेते हैं।

प्रोटोकॉल-पंडे-पुजारी, जनप्रतिनिधि, मीडिया, पुलिस-प्रशासन, न्याय विभाग, केंद्र-राज्य सरकार सहित अन्य के वीआईपी के लिए प्रोटोकॉल अनुमति 200 रुपए शुल्क के साथ जारी होती है। रोज करीब 1100 लोगों को प्रोटोकॉल अनुमति जारी होती है।

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