जीवनखेड़ी से सिकंदरी के बीच रोड का काम किसानों ने रोका

ग्रामीण क्षेत्र में रोड बना रहा नगर निगम, शुरुआत में ही उपजा विरोध

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किसानों को न नोटिस दिया न मुआवजा, कलेक्टर तक पहुंचा मामला

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:नगर निगम वैसे तो शहरी सीमा में ही रोड निर्माण करता है, लेकिन इस बार ग्रामीण क्षेत्र में सिकंदरी और जीवनखेड़ी के बीच वह रोड बना रहा है। इसके लिए न किसानों को नोटिस दिया न बदले में पैसा। इससे किसानों का विरोध उपज गया है। मामला अब कलेक्टर के पास पहुंच गया है। कलेक्टर ने निगम से जानकारी तलब की है।

जीवनखेड़ी और सिकंदरी को रोड द्वारा आपस में जोडऩे की योजना है, लेकिन इससे किसान आक्रोशित हो उठे हैं। शुक्रवार को सिकंदरी ग्राम पंचायत के सचिव सहित भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष दशरथ पांड्या और संभागीय मंत्री विशालसिंह आंजना सहित किसान एकजुट होकर कलेक्टर नीरजकुमार सिंह से मिले और बताया उनकी जमीन पर मास्टर प्लान के तहत रोड बनाने की बात निगम के इंजीनियर कर रहे, लेकिन न जमीन की नपती की गई न किसी प्रभावित किसान को कोई मुआवजा दिया न नोटिस और सीधे ही मशीनें लाकर काम शुरू कर दिया। इस पर किसानों ने काम रोक दिया।

किसानों के अनुसार निगम के इंजीनियर कह रहे हैं कि मास्टर प्लान की जमीन पर रोड निर्माण के लिए जमीन का मुआवजा देने का कोई प्रावधान नहीं है। जबकि किसानों का कहना है उनके स्वामित्व की जमीन पर रोड का निर्माण कैसे किया जा सकता है।

कलेक्टर ने निगमायुक्त से की बात

शुक्रवार को किसानों का आक्रोश देख कलेक्टर सिंह ने तत्काल निगम आयुक्त आशीष पाठक से बात की और जानकारी मांगी। कलेक्टर ने फिलहाल किसानों से कहा है कि जमीन की नपती होने तक रोड निर्माण का काम नहीं होगा।

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