FESTIVAL के सीजन में बच्चो का इस तरह रखें ध्यान

दीपावली का त्योहार नजदीक है. दीपावली को हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है. इस खास अवसर पर जोर-शोर से तैयारियां की जाती हैं. लोग अपने घर की साफ-सफाई, साज-सज्जा और खाने के स्पेशल मैन्यू के चलते काफी व्यस्त हो जाते हैं.

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

इन सबके बीच एक समझदार व्यक्ति तो अपना ख्याल रख सकता है लेकिन छोटे बच्चे खुद का ख्याल नहीं रख पाते हैं. उनको माता-पिता या घर के किसी सदस्य की जरूरत पड़ती है.

बच्चों का ध्यान रखना है जरूरी

दिवाली की व्यस्तता के बीच त्योहार को हंसी-खुशी और बिना किसी विघ्न के मनाना चाहते हैं तो छोटे बच्चों का काफी ध्यान रखा जाना चाहिए. त्योहार की रौनक में उनकी खुशियों और सुरक्षा का खास ख्याल रखें.

इस समय बच्चों को नजरअंदाज करना त्योहार की खुशियों को फीका कर सकता है. इसके कई कारण हैं. त्योहारों पर घर का मेन्यू बदल जाता है, जो कई बार बच्चों के अनुकूल नहीं होता है. इसके अलावा घर के सभी सदस्य अन्य कामों में बिजी हो जाते हैं. साथ ही इधर-उधर जलते दीए, लाइट्स को छूने का डर और पटाखों का शोर व इनसे निकलने वाला धुआं बच्चों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है. तो ऐसे में बच्चों का खास ख्याल रखा जाना जरूरी है. नहीं तो यह लापरवाही बच्चे के स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है.

सतर्कता बरतनी जरुरी

दीपावली के त्योहार पर कुछ सतर्कता बरतनी भी जरूरी होगी. अगर आप किसी से मिलने-जुलने की प्लानिंग कर रहे हैं तो बच्चों को साथ न ले जाएं. बड़े तो अपनी सुरक्षा का ख्याल रख सकते हैं, लेकिन बच्चों के लिए थोड़ा मुश्किल हो जाता है. यह उसके स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो सकता है.

न भूलें सैनिटाइजेशन

दिवाली पर मेहमानों का घर आना कोई अनोखी बात नहीं है. दिवाली के दिन और खासतौर पर भाईदूज पर मेहमानों का आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में जब आपके यहां मेहमान आते हैं तो बच्चों को एकदम से उनके पास न जाने दें. पहले मेहमानों के हाथ सैनिटाइज करवाएं. फिर कुछ देर बाद बच्चों को मेहमानों से मिलने जाने दें. फिर भी एक सीमित दूरी बनाए रखना बच्चों के लिए जरूरी है.

बच्चे के खान-पान का समय निश्चित रखें

फेस्टिवल (Festival) की तैयारियों में व्यस्त रहने के कारण बच्चे के खान-पान का समय इधर-उधर ना होने दें. बच्चे की जैसी दिनचर्या है, उसी हिसाब से उसको खिलाएं-पिलाएं वर्ना वह चिड़चिड़ा हो जाएगा.

बच्चे के आराम का रखें ध्यान

एक छोटा बच्चा सही समय पर आराम करना चाहता है. बच्चों को एक निश्चित समय पर सोने की भी आदत होती है. फेस्टिव सीजन के दौरान बच्चे के आराम का भी पूरा ध्यान रखें. बच्चा रोजाना जिस समय पर सोता है, कोशिश करें कि वह उसी समय पर सो जाए. अगर बच्चा अपने निश्चित समय पर आराम नहीं करता है तो वह चिड़चिड़ा होकर आपको परेशान करेगा.

बच्चों को क्या खिलाएं

दिवाली मिठाइयों और रोशनी का त्योहार हैं. इस अवसर पर घर में भी कई तरह के पकवान बनाए जाते हैं. घर पर बने पकवानों के अलावा बाजार की मिठाइयों की भी इस समय घर पर भरमार होती है. बस आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि बच्चा इन चीजों पर ज्यादा निर्भर न रहे. बच्चे को आप सामान्य समय की तरह ही पौष्टिक खाना खिलाएं. बाजार की बनी मिठाइयों और तली चीजों से उसको दूर ही रखें.

Related Articles