अपने ही जाल में फंसा मछुआरा, डूबने से मौत

24 घंटे बाद तालाब में मिला शव
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। नाव में बैठकर तालाब में मछली पकडऩे गया मछुआरा अपने ही जाल में फंस गया। गहरे पानी में डूबने से उसकी मृत्यु हो गई। 24 घंटे बाद उसका शव पानी तालाब में दिखा जिसे पुलिस ने पीएम के लिए सीएच भेजा।

पवन पिता राजेन्द्र बाथम 19 वर्ष निवासी बनेडिया देपालपुर अपने फूफा चुन्नीलाल बाथम निवासी फाजलपुरा के साथ रहता था। उसके परिजनों ने बताया कि पवन सलामता ग्राम के तालाब में मछली पकडऩे अपने काका महेश के साथ शुक्रवार सुबह 6 बजे गया था। काका-भतीजा तालाब के अलग-अलग कौने पर थे और पानी में जाल फेंकने के बाद नाव में बैठकर तालाब में पहुंचे।
महेश मछली पकडक़र किनारे आ गया लेकिन पवन उसे दिखाई नहीं दिया। महेश ने दूसरी ओर जाकर देखा तालाब किनारे पवन की चप्पल रखी थी। उसकी नाव नहीं दिखी तो आशंका हुई कि पवन तालाब में डूब गया है। महेश ने गांव के लोगों को सूचना देकर तालाब में पवन की तलाश शुरू कराई। परिजनों ने बताया कि पवन तैरना जानता था लेकिन तालाब में पड़े जाल में नाव फंसने के कारण संभवत: वह गहरे पानी में डूब गया।
तैराकों को नहीं मिली सफलता
पवन के शव की तलाश होमगार्ड तैराकों ने की लेकिन सफलता नहीं मिली। गांव के दूसरे लोगों ने भी पानी में गोते लगाए लेकिन रात होने पर शव की तलाश बंद कर दी गई थी। सुबह 6 बजे परिजन फिर तालाब पर पहुंचे तो पवन का शव पानी में तैरता दिखा जिसे जिला अस्पताल लाया गया। परिजनों ने बताया कि पवन के माता पिता की पूर्व में ही मृत्यु हो चुकी थी। वह अपने फूफा, काका के घर पर रहता था।








