पालकी उठाने वाले कहारों का फिटनेस टेस्ट

महाकाल की दूसरी सवारी में घटना के बाद सबक
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। श्रावण मास भगवान महाकाल की दूसरी सवारी के दौरान पालकी उठाने वाले कहार को पेरालेसिस अटैक आने की घटना से मंदिर प्रबंध समिति ने सबक लिया है। मंदिर समिति ने सभी कहारों का फिटनेस टेस्ट कराया है।

भगवान महाकाल की रजत पालकी को कहारों का ग्रुप बारी-बारी से अपने कंधे पर लेकर चलता है। श्रद्धालुओं के सैलाब,समय की पाबंदी और हर तरह के मौसम में भारी-भरकम पालकी को लेकर चलना बड़ी चुनौती होता है। श्रावण मास की द्वितीय सवारी के दौरान पालकी उठाने वाले कहारों में ग्रुप के एक सदस्य दीपक पिता राजू कहार को पालकी उठाने के दौरान महाकाल परिसर में पेरालेसिस अटैक आ गया था।
राजू को तत्काल उपचार के लिए रवाना कर अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस घटना के बाद जिला प्रशासन और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने पालकी लेकर चलने वाले सभी कहारों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने का निर्णय लिया था। इसी क्रम में कहारो के ब्लड प्रेश, पल्स, शुगर, रेस्पिरेशन रेट, का परीक्षण कर पुरानी बीमारी, वेट और पर्सनल हैबिट के बारे में जानकारी ली गई।
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के चिकित्सा अधिकारी डॉ.देवेंद्र परमार ने बताया कि डॉ. वैशाली अखंड, अवंती डा.विवेक धाकड़, डा.निशांत सिंह राजपूत और उनकी टीम द्वारा शुक्रवार को 36 कहारों का परीक्षण किया गया। शेष कहारों का स्वास्थ्य परीक्षण शनिवार और रविवार को किया जाएगा।









