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फ्रीगंज का नया ओवरब्रिज आधा KM बनेगा

अक्षरविश्व एक्सक्लूसिव: नई डीपीआर तैयार, खर्च का बोझ भी होगा कम,

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रेलवे से जमीन मिलने की हरी झंडी का इंतजार

 

अक्षरविश्व न्यूज . सुधीर नागर:सिंहस्थ 2028 के लिए फ्रीगंज ओवरब्रिज के समानांतर नया ब्रिज बनाने की जगह अब बिनोद मिल की तरफ करीब आधा किलोमीटर लंबा ब्रिज ही बनेगा। इसकी नई डीपीआर भी तैयार हो गई है। ब्रिज की लंबाई कम होने से खर्च भी कम हो जाएगा। इससे सरकार को ज्यादा पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। लोक निर्माण विभाग सेतु संभाग को अब रेलवे की जमीन मिलने की हरी झंडी का इंतजार है।

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नए ब्रिज के लिए फिजीबिलिटी रिपोर्ट के आधार पर नई डीपीआर तैयार की गई है। अब केवल इसका एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है। इसके लिए रेलवे की जमीन और पीएचई की लाइन शिफ्ट करने पर होने वाले खर्च के एस्टीमेट का इंतजार किया जा रहा है। दरअसल, अब बिनोद मिल तरफ जहां ब्रिज बनाने की योजना तैयार की जा रही है वहां रेलवे के कुछ क्वार्टर हैं और फ्रीगंज ब्रिज से गुजर रही मेन राइजिंग लाइन की शिफ्टिंग पर होने वाले खर्च का एस्टीमेट पीएचई से मिलने का इंतजार किया जा रहा है।

अनुमान है कि करीब 60 से 70 करोड़ रुपए में यह ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। पहले शिवराज सरकार ने ब्रिज के लिए 92 करोड़ रुपए की प्रशासकीय मंजूरी दी थी। इस हिसाब से नई जगह ब्रिज बनाने से सरकार को 20 से 30 करोड़ रुपए की बचत हो जाएगी। लंबाई कम होने से इसका निर्माण भी जल्द हो जाएगा। हाल ही में विभाग ने प्रस्तावित ब्रिज के लिए बिनोद मिल की जमीन साइड में फिजीबिलिटी सर्वे किया था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस कारण विभाग नई डीपीआर बनाने में जुटा हुआ है। जल्द ही इसे सरकार को भेजा जाएगा।

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सिर्फ इन दो अड़चनों पर काम करना बाकी

1. बंद पड़े बिनोद मिल की जमीन की तरफ रेलवे के क्वार्टर हैं। यह जमीन ब्रिज के लिए अधिग्रहित करना सबसे बड़ी चुनौती है। रेलवे को इसके लिए पत्र भी भेज दिया गया है। सूत्रों के अनुसार रेलवे को तैयार करना टेढ़ा काम है। सरकार की दखल से रेलवे की हरी झंडी मिलने की संभावना है।

2. पीएचई की लाइन शिफ्टिंग अभी ब्रिज के पेरेलेल पीएचई की 500 एमएम मेन राइजिंग लाइन है, जिससे फ्रीगंज क्षेत्र में पेयजल सप्लाई किया जाता है। पीएचई इसके लिए तैयार है और उसने इसको शिफ्ट करने का एस्टीमेट भी लगभग तैयार कर लिया है। इसके साथ एक डिस्ट्रीब्यूशन लाइन भी है। इस लाइन पर ब्रिज का हिस्सा आ रहा है।

योजना पहले और अब

पहले- जुलाई 2023 में शिवराज सरकार ने फ्रीगंज ओवरब्रिज की मंजूरी दी थी।

अब- नई योजना की संशोधित मंजूरी नए सिरे से जारी होना बाकी।

पहले- ब्रिज के लिए 91.78 करोड़ रुपए की मंजूरी दी गई थी।

अब- 60 से 70 करोड़ रुपए में ब्रिज बनने की संभावना।

पहले- इंदिरगांधी प्रतिमा से चामुंडा माता मंदिर तक बनाने की थी योजना।

अब- आगर रोड पर बंद बिनोद मिल के कॉर्नर से यह शुरू होगा। दूसरा सिरा मौजूदा ब्रिज के नीचे मक्सी रोड पर डॉ. भोरास्कर के सामने होगा। इसकी लंबाई लगभग 600 मीटर होगी।

पहले- ब्रिज की चौड़ाई 12 मीटर (40 फीट) प्रस्तावित थी।

अब- 40 फीट की चौड़ाई ही प्रस्तावित।

पहले- मौजूदा ब्रिज से 6 फीट ऊपर बनाने की थी तैयारी।

अब- ऊंचाई वर्तमान ब्रिज के समकक्ष या कम ही होगी।

एक ब्रिज, चार एस्टीमेट

ब्रिज निर्माण के लिए पिछले सिंहस्थ से कवायद चल रही है। राशि मंजूर होने के बाद बार बार योजनाएं बदल रहीं। अब चौथा एस्टीमेट तैयार हो रहा।

पहला एस्टीमेट 22 करोड़ रुपए का बना था, लेकिन हाईकोर्ट का स्टे लगने से बन नहीं सका।

दूसरा एस्टीमेट 88.78 करोड़ रुपए का बना, लेकिन योजना आगे नहीं बढ़ सकी।

तीसरा एस्टीमेट 92 करोड़ का बना और सरकार ने स्वीकृति भी दी, लेकिन कुछ अड़चनों के कारण यह भी आगे नहीं बढ़ सका।

चौथा एस्टीमेट जल्द तैयार होगा। अभी योजना पर काम चल रहा

फ्रीगंज में नया ओवरब्रिज बनाने की योजना पर काम चल रहा है। बिनोद मिल की तरफ बनाने के लिए फिजीबिलिटी सर्वे हो चुका है। आगे की योजना पर उच्च स्तर पर तैयारी हो रही।-कुलदीप सिंह, ईई पीडब्ल्यूडी ब्रिज

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