महाकाल के सामने ढाई लाख सुपारी से बने गणेश विराजेंगे

21 फीट ऊंची प्रतिमा महाकाल चौराहे तक लाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल मंदिर के सामने शनिवार को ढाई लाख सुपारी से बनी 21 फीट ऊंची गणेश प्रतिमा स्थापित होगी। शुक्रवार सुबह यह।प्रतिमा महाकाल मंदिर चौराहे पर लाई गई। इसके लिए मित्र मंडल के कार्यकर्ताओं को मशक्कत करना पड़ी। शनिवार से शहर में दस दिवसीय गणेश उत्सव आरंभ होगा।

विभिन्न स्थानों पर गणेश जी की बड़ी प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी। महाकाल मंदिर के सामने महाकाल इंटरनेशनल चौराहा पर बाबू यादव मित्र मंडल द्वारा इस बार ढाई लाख सुपारी से बनी गणेश प्रतिमा विराजित की जाएगी। इसे इंदौर में बंगाल के कलाकारों से तैयार कराया गया है। 2 लाख 70 हजार रुपए से बनी इस प्रतिमा को शुक्रवार सुबह महाकाल मंदिर चौराहा पर लाया गया। प्रतिमा ऊंची होने के कारण बिजली के तारों से बचने के लिए कड़ी मशक्कत की गई।
जगह जगह बनाए गए हैं पंडाल
शनिवार को श्री गणेश प्रतिमाओं को स्थापित करने के लिए कई मंडलों ने बड़े पंडाल बनवाए हैं। शुभ मुहूर्त में प्रतिमाओं को स्थापित किया जाएगा। इसके साथ ही गणेशोत्सव की धूम शुरू होगी।
प्रदूषण से बचाने के लिए महिलाओं ने सिखाया मिट्टी के गणेश बनाना
उज्जैन। महाराष्ट्र की मिट्टी से महाकाल नगरी उज्जैन में गणेश प्रतिमाएं बनकर तैयार हो गई हैं। शनिवार को विभिन्न घरों में इनकी ही स्थापना कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा। महाराष्ट्र की मिट्टी पानी में जल्दी घुल जाती है। इस कारण इससे भगवान गणेश की प्रतिमाएं तैयार कर लोगों को उपलब्ध कराई जाती हैं। उदयन मार्ग स्थित गोवत्स धाम निवासी नीता अग्रवाल पिछले दस सालों से मिट्टी के गणेश की प्रतिमाएं तैयार करती हैं।
इसके लिए वे खासतौर से महाराष्ट्र से मिट्टी के पैकेट खरीदकर लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध कराती हैं और मिट्टी के गणेश की प्रतिमाएं बनाना भी सिखाती हैं। इस बार भी उन्होंने महाराष्ट्र से मिट्टी के सौ पैकेट मंगाकर लोगों को नि:शुल्क बांटे। महानंदा नगर निवासी आशा मंत्री विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से मिट्टी के गणेश बनाने की ट्रेनिंग देती हैं और प्रतिमाएं तैयार कर लोगों को उपलब्ध कराती हैं। इस बार उन्होंने सौ से अधिक प्रतिमाएं तैयार की हैं, जो शनिवार को विभिन्न घरों में स्थापित की जाएंगी।








