राधारानी संग झूला झूल रहे सरकार, भक्त मना रहे उत्सव

उज्जैन के श्रीकृष्ण मंदिरों में चल रहा है हिंडौला उत्सव, पूर्णिमा तक होंगे आयोजन

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उज्जैन। सावन की एकादशी से श्रीकृष्ण मंदिरों में हिंडोला उत्सव शुरू हो गए हैं। भगवान श्रीकृष्ण को राधारानी के साथ मंदिरों में झूला झुलाया जा रहा है। भक्तगण नाचते-गाते उत्सव मना रहे हैं। हिंडोला उत्सव पूर्णिमा तक चलेगा।

इस्कॉन मंदिर में एकादशी से झूलन उत्सव प्रारंभ हो गया है। मंगलवार से शुरू हुए उत्सव में रोज शाम को श्रीराधा मदनमोहन को झूला झुलाया जा रहा है। आम दर्शनार्थी भी रोज शाम 4 बजे रात 8 बजे तक भगवान को अपने हाथों से झूला झुला सकते हैं। यह आयोजन पूर्णिमा तक चलेगा। पहले दिन से ही भगवान को झूला झुलाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। यह आयोजन पूर्णिमा 9 अगस्त तक चलेगा। यहां के अलावा शहर में ढाबा रोड व अन्य स्थानों पर ठाकुर जी हवेली में भी झूलन उत्सव शुरू हुआ है। यहां पर पुष्टीमार्गीय वैष्णव संप्रदाय के अनुयायी ठाकुर जी का झूला उत्सव मना रहे हैं। ठाकुर जी को फूल बंगले में विराजित किया गया है और रोज उत्सव मनाया जा रहा है। यह उत्सव पूर्णिमा तक चलेगे। रामानुज संप्रदाय के मंदिरों में भी झूला उत्सव मनाया जा रहा है।

श्री बांके बिहारी मंदिर में 12 दिन का उत्सव
शहर के एकमात्र श्री बांके बिहारी ठाकुरजी मंदिर पर हिंडोला उत्सव हरियाली तीज से मनाया जा रहा है। यहां पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर के साथ ही उत्सव प्रारंभ हो गया था। वृंदावन में एक दिन का उत्सव सार्वजनिक रहता है। मुख्य पुजारी पं. हरिनारायण शास्त्री ने बताया कि उज्जैन में अंकपात मार्ग स्थित मंदिर में हरियाली तीज से पूर्णिमा तक हिंडोला उत्सव मन रहा है।

ठाकुर जी को राधारानी के साथ हिंडोले (झूला) में विराजित किया गया है। प्रतिदिन अलग-अलग श्रृंगार हो रहे हैं। एकादशी से पूर्णिमा तक रोज भजन-पूजन, अभिषेक होंगे। सुबह 8 से 12 और शाम 4 से 8 बजे भक्त यहां दर्शन कर सकते हैं। एकादशी पर महिलाओं की भजन मंडली ने मंदिर मेें उत्सव मनाया और ठाकुर जी की झूूला झूलाकर सेवा की।

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