CM ने नए थाने पर लगा दी मुहर, होमगार्ड मुख्यालय ने मांगा प्रतिवेदन

By AV NEWS

महाकाल क्षेत्र की व्यवस्थाओं के लिए सरकार गंभीर, गृह मंत्रालय एक्शन मोड में

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। महाकाल मंदिर क्षेत्र की तमाम व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सेवा के लिए प्रदेश सरकार की गंभीरता नजर आ रही है। सीएम डॉ.मोहन यादव ने नए महाकाल लोक थाने की स्थापना पर मुहर लगा दी। साथ सीएम की मंदिर में 500 होमगार्ड जवानों को पदस्थ करने की घोषणा के तत्काल बाद ही होमगार्ड मुख्यालय ने जिला होमगार्ड को जवानों की तैनाती के संबंध में प्रतिवेदन भेजने को कहा है।

महाकाल महालोक के लोकार्पण के बाद से उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। श्रावण व भादौ मास,महाशिवरात्रि, नागपंचमी अन्य विशेष धार्मिक आयोजन पर भी महाकाल मंदिर में आने वालों की संख्या बड़ी है। ऐसे में मंदिर के अंदर,आसपास की सुरक्षा के साथ यातायात और दूसरे अन्य इंतजाम पुलिसकर्मियों के जिम्मे रहता है।

लगभग सभी अवसर पर अन्य जिलों से पुलिस बल भी बुलाया जाता है। वहीं मंदिर के भीतर की व्यवस्था का जिम्मा निजी एजेंसी के पास है। इसमें भी कई बार पुलिस को इंतजाम बनाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ता है। इन सभी स्थितियों को ध्यान में रखकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने महाकाल मंदिर में होमगार्ड के 400 जवानों को तैनात करने की घोषणा की। एक वर्ष पहले शासन के पास भेजे गए महालोक थाने पर भी अपनी मुहर लगा दी है।

नई भर्ती का प्रतिवेदन मांगा : महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्था होमगार्ड विभाग द्वारा संभाले जाने की मुख्यमंत्री की घोषणा को अमल में लाने के लिए कवायद प्रारंभ हो गई है। भोपाल से प्रमुख सचिव व होमगार्ड मुख्यालय ने मंदिर के लिए होमगार्ड जवानों की नई भर्ती के लिए प्रतिवेदन मांगा है। होमगार्ड तैनात करने की कार्ययोजना कुछ इस तरह तैयार की जा रही है कि केवल महाकालेश्वर मंदिर ही नहीं, बल्कि शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों में भी व्यवस्था होमगार्ड जवान ही संभालें।

होमगार्ड कमांडेंट उज्जैन संतोषकुमार जाट के अनुसार मंदिरों की व्यवस्था के लिए होमगार्ड विभाग की तीन कंपनी तैनात होगी। एक कंपनी 165 जवानों की होती है, इसमें हमने कंपनी कमांडर, प्लाटून कमांडर, लांस नायक व हवलदार भी शामिल किए हैं, जिससे एक कंपनी में 180 संख्या रहेगी। मुख्यालय को प्रतिवेदन भेजा जा रहा है।

एक साल पहले थाने के प्रस्ताव का अनुमोदन तो हो गया,लेकिन सरकार के इलेक्शन मोड में आने के कारण निर्णय अटक गया। प्रदेश की कमान संभालने के बाद डॉ.मोहन यादव ने महाकाल मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर चिंतन-मंथन कर निर्णय का मन बना लिया और दो दिन पहले उन्होंने महालोक और तपोभूमि थाने की स्थापना और महाकाल मंदिर में होमगार्ड को तैनात करने की घोषणा की थी।

थाने का प्रस्ताव एक वर्ष पहले भेजा था

बीते कुछ समय से महाकालेश्वर मंदिर में 35 से 40 हजार और सप्ताह में तीन दिन शनि, रवि व सोमवार के साथ अवसर विशेष पर एक लाख से डेढ़ लाख श्रद्धालु उज्जैन आ रहे है। इनमें से अधिकांश श्रद्धालु अन्य मंदिरों-देव स्थानों पर दर्शन के लिए जाते ही हैं। महाकाल महालोक बनने के बाद से उज्जैन में श्रद्धालुओं की संख्या में खासा इजाफा हुआ है।

ऐसे में मंदिर व आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग ने एक वर्ष पहले नए थाने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा था। तात्कालीन गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रस्ताव पर सहमति प्रदान कर श्री महाकाल महालोक के नाम से नए थाने की कार्ययोजना बनाने के निर्देश गृहविभाग को दिए थे। राज्य शासन को भेजे गए प्रस्ताव में ए क्लास थाने की स्वीकृति मांगी और करीब 173 पुलिसकर्मियों का बल मांगा गया था।

प्रस्ताव में बताया गया था कि थाने में तैनात पुलिसकर्मियों के जिम्मे महाशिवरात्रि, नागपंचमी, श्रावण व भादौ मास की सवारी, यातायात सहित अन्य विशेष धार्मिक आयोजन की जवाबदारी रहेगी। इसके अलावा महाकाल दर्शन आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व शिकायतों का समाधान इसी थाने के माध्यम से होगा।

Share This Article