गुड्डू कलीम हत्याकांड:दूसरों के मोबाइल से दोस्त से फोन पर मदद मांग रहा था दानिश

By AV NEWS

सीडीआर में संदिग्ध नंबर आने पर पुलिस को मिला सुराग

गुड्डू कलीम हत्याकांड में अब तक 9 पकड़ाए

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। होटल व्यवसायी गुड्डू कलीम की हत्या के मामले में अब तक 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी गुड्डू कलीम का बेटा दानिश फरारी के दौरान दूसरों के मोबाइल से कॉल पर दोस्तों से मदद मांग रहा था। सीडीआर में संदिग्ध नंबर दिखने पर पुलिस को सुराग मिला और वह दानिश तक पहुंच गई।

दानिश और सोहराब २२ अक्टूबर तक रिमांड पर है, जबकि नासिर लाला को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। गुड्डू कलीम की 11 अक्टूबर को वजीर पार्क कॉलोनी स्थित उसके मकान में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में नीलगंगा पुलिस ने उसके भतीजे आरिफ की रिपोर्ट पर केस दर्ज किया था। सीसीटीवी फुटेज, परिजनों के बयान के बाद पुलिस ने कलीम की पत्नी निलोफर, बड़े बेटे आसिफ उर्फ मिंटू, छोटे बेटे दानिश, दोस्त सोहराब, मिंटू के ससुर नासिर लाला को आरोपी बनाया। कलीम को गोली मारने वाले दानिश व उसका दोस्त सोहराब को पुलिस ने झोंकर के पास से गिरफ्तार किया है।

किस आरोपी की क्या थी भूमिका

पत्नी निलोफर -षड्यंत्र में शामिल

बेटा आसिफ -षड्यंत्र में शामिल

पुत्र का दोस्त जावेद- षड्यंत्र में शामिल

रिश्तेदार नासिर -षड्यंत्र में शामिल

बेटा दानिश -गोली मारने में शामिल

पुत्र का दोस्त सोहराब -गोली मारने में शामिल

साली दामाद इमरान- प्राणघातक हमले में शामिल

पुत्र का दोस्त अकरम- प्राणघातक हमले के बाद पिस्टल रखने वाला

पुत्र का दोस्त जफर- फरारी में मदद करने वाला

7 जेल गए, 2 रिमांड पर, 1 फरार

पुलिस ने बताया कि कुल 9 आरोपियों में से 7 को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा चुका है। दानिश और सोहराब 22 तक रिमांड पर हैं। फरारी में मदद करने वाले समीर निवासी झोंकर मक्सी की तलाश जारी है।

दोस्त से सरेंडर करने की बात कर रहा था दानिश

जफर उर्फ मोनू निवासी इंदौर को पुलिस पूछताछ के लिए थाने लाई। यहां उसके मोबाइल पर अलग-अलग नंबरों से दानिश के कॉल आए। दानिश उससे सरेंडर करने की बात करता और रुपयों की मांग कर रहा था। दानिश ने खुद के अजमेर में होने की जानकारी दी तो पुलिस की एक टीम अजमेर पहुंच गई थी।

नासिर को पहले दिन से पता था गुड्डू की हत्या का षड्यंत्र

पुलिस ने बताया कि गुड्डू कलीम का परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद और पत्नी व बेटों की उससे नफरत की पूरी जानकारी नासिर को पहले दिन से थी। कलीम पर जब प्राणघातक हमला हुआ और हत्या हुई दोनों वारदातों की पूर्व जानकारी होने के बाद भी वह पुलिस को गुमराह करता रहा। पुलिस ने उसके खिलाफ भी धारा 120 बी के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है। मामले में समीर पिता साहबुद्दीन निवासी झोंकर दानिश और सोहराब को फरारी में मदद करने के मामले में फरार है।

गोली मारकर जयपुर पहुंचे थे दोनों
पुलिस ने बताया कि दानिश व सोहराब कलीम की हत्या के बाद हथियार सहित घर से बाहर निकले। ऑटो में बैठकर पहले बस स्टैंड और फिर वहां से बस पकड़कर जयपुर पहुंचे थे। वहां से दोनों अजमेर चले गए। दानिश अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गया था। जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था। इसकी सीडीआर जांच में संदिग्ध नंबर दिखाई दिया। यह नंबर दानिश के दोस्त जफर निवासी इंदौर का था।

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