हरियाली तीज, सावन सोमवार और अगले दिन नागपंचमी पर भक्तों की भीड़ संभालने की चुनौती

अगले सप्ताह प्रशासन की अग्निपरीक्षा
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। अगला सप्ताह उज्जैन जिला प्रशासन के लिए चुनौती भरा है। सिलसिलेवार ऐसे त्यौहार आ रहे हैं जिन पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हालांकि प्रशासन ने इसके लिए तैयारी शुरू भी कर दी है और शनिवार से ही पार्किंग से लेकर कई व्यवस्थाएं लागू हो जाएंगी। इस शनिवार-रविवार को आम सप्ताह की तरह दर्शनार्थियों की संख्या तेजी से बढ़ेगी। महीने के आखिरी शनिवार और रविवार को सरकारी अवकाश के कारण दर्शनार्थियों की भीड़ आना संभावित है। इसके अलावा रविवार को हरियाली तीज भी है। इस दिन व्रत और भगवान शिव की पूजा का विधान है। इस कारण भी शिव की नगरी में दर्शनार्थी उमड़ेंगे।
सोमवार को सावन सवारी
सोमवार को भगवान महाकाल की तीसरी सावन सवारी है। पिछले दो सोमवार के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार को करीब 6 लाख दर्शनार्थी उज्जैन आए थे। शनिवार से शुरू हो रहे अवकाश के कारण इस सोमवार दर्शनार्थियों की संख्या और तेजी से बढ़ सकती है।
अतिक्रमण पर जेसीबी का ‘वार’
28 जुलाई को भगवान महाकाल की तीसरी सवारी और 29 जुलाई को नागपंचमी को देखते हुए प्रशासन तैयारियों में जुटा है। गुरुवार सुबह नगर निगम की रिमूवल गैंग ने चारधाम से हरसिद्धि चौराहे तक अतिक्रमण हटाया। यहां दुकानदारों ने नाली के ऊपर निर्माण कर सडक़ का काफी हिस्से को कब्जे में ले लिया था और वहां ब्लॉक लगाकर उस पर कुर्सियां आदि रख ली थी जिससे वहां से निकलने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। टीम को देखते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। कार्रवाई होती देख अन्य दुकानदारों ने ताबड़तोड़ अपना सामान समेटना शुरू कर दिया। इस दौरान रोड पर पूजन सामग्री बेचने वालों को भी सख्ती से हटाया।
29 को नागपंचमी
सावन सोमवार को उज्जैन आया दर्शनार्थी पूरा प्रयास करेगा कि अगले दिन मंगलवार 29 जुलाई को नागपंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन भी करें। महाकाल मंदिर की ऊपरी मंजिल पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर का मंदिर साल में सिर्फ एक बार नागपंचमी पर ही खुलता है। सोमवार को महाकाल सवारी से फ्री होते ही प्रशासनिक अमले को नागपंचमी की व्यवस्था में जुटना होगा।
10 लाख से अधिक लोगों के आने की संभावना
प्रशासनिक सूत्रों का मानना है कि शनिवार, रविवार, सोमवार और मंगलवार को करीब 10 लाख से अधिक बाहरी दर्शनार्थी उज्जैन पहुंच सकते हैं और उसी के मान से व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं। इसके अलावा उज्जैन व आसपास के दर्शनार्थी अलग हैं।
शनिवार से ही लागू करना होगी दर्शन व्यवस्था
श्री महाकालेश्वर मंदिर में शनिवार से ही दर्शन व्यवस्था इस तरह लागू की जाएगी, जो नागपंचमी तक यथावत रहे। इसके लिए हमेशा की तरह भगवान महाकाल के लिए आम दर्शनार्थियों का प्रवेश महाकाल महालोक के गेट से रहेगा, जबकि नागपंचमी पर नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए हरसिद्धि मार्ग से लाइन लगेगी।
इन व्यवस्थाओं की तैयारी मेें जुटा प्रशासन
पार्किंग- शहर के बाहर से आने वाले वाहनों के लिए भील समाज धर्मशाला सहित अन्य स्थानों पर पार्किंग तैयार करना शुरू।
संकेतक- भगवान नागचंद्रेश्वर और श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए तय किए गए अलग-अलग के संकेतक मंदिर की 5 किमी की व्यवस्था मेें लगाए जा रहे।
सुरक्षा- भीड़ भरे इन 4 दिनों में पुलिस व्यवस्था इस तरह लगाई जा रही है कि जवानों की ड्यूटी लगातार न हो। नागपंचमी के दिन सर्वाधिक 1250 पुलिसकर्मी ड्यूटी पर रहेंगे।
स्वास्थ्य – विभाग के कर्मचारी लगातार सोमवार और मंगलवार को ड्यूटी देंगे। इन 48 घंटे में करीब 70 डॉक्टर्स और 200 स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
यातायात- शहर के करीब 12 मार्गों पर वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। यह वे इलाके हैं जहां से सवारी गुजरती है और मंदिर के आसपास के क्षेत्र के हैं।
इनका कहना
दर्शन व्यवस्था सुचारू रखने के लिए प्लॉन पहले ही बनाया जा चुका है। शनिवार से भीड़ को देखते हुए हमेशा की तरह दर्शन व्यवस्था रहेगी। नागपंंचमी पर भगवान नागचंद्रेश्वर और श्री महाकालेश्वर के दर्शन के लिए अलग-अलग व्यवस्था तैयार की गई है।
-मूलचंद जूनवाल
सहायक प्रशासक