हेलमेट अभियान : पुलिस ने जागरुकता के लिए निकाली वाहन रैली, 6 नवंबर से बनाएंगे चालान

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। सड़क हादसों को रोकने और टू-व्हीलर चालकों को हेलमेट के प्रति जागरुक करने के मकसद ने उज्जैन पुलिस ने अभियान शुरू कर दिया है। इसके तहत लोगों को जागरुक किया जा रहा है। रैली निकालकर समझाइश दी जा रही है। 22 अक्टूबर से शुरू हुआ अभियान 5 नवंबर तक चलेगा। रविवार को इसी कड़ी में पुलिसकर्मियों ने वाहन रैली निकाली। 6 नवंबर से शहर में हेलमेट नहीं पहनने वालों पर चालानी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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पुलिसलाइन नागझिरी से यातायात प्रभारी एएसपी नितेश भार्गव ने झंडी दिखाकर रैली को रवाना किया। यह ऋषिनगर चौराहा, टॉवरचौक, चामुंडा माता चौराहा, इंदिरानगर, अंकपात मार्ग, बुधवारिया, तेलीवाड़ा, फव्वाराचौक, दौलतगंज, इंदौरगेट, हरिफाटक ओवरब्रिज, शांतिपैलेस चौराहा, नानाखेड़ा, सी-21मॉल से होते हुए फिर से नागझिरी पुलिसलाइन पहुुंची। रैली ने करीब 10 किलोमीटर का सफर तय किया। ट्रैफिक डीएसपी विक्रमसिंह कनपुरिया, डीएस परिहार ने रैली का नेतृत्व किया।
अभियान में अब तक
1. स्कूल-कॉलेज में हेलमेट के महत्व पर जन-जागरुकता।
2. प्रमुख चौराहों और बाजारों में रैलियां।
3. मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रचार।
4. 6 नवंबर 2025 से बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों पर होगी चालानी कार्रवाई।
पगड़ीधारी सिखों को ही हेलमेट से छूट
हेलमेट जागरुक अभियान का मकसद सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। मोटरयान अधिनियम 1988 की धारा 129 के अनुसार, टू-व्हीलर सवार प्रत्येक व्यक्ति (4 वर्ष से अधिक आयु) को सार्वजनिक स्थानों पर हेलमेट पहनना अनिवार्य है। केवल पगड़ीधारी सिख समुदाय को इससे छूट दी गई है। सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी और सड़क परिवहन मंत्रालय ने भी हेलमेट को अनिवार्य किया है।
आंकड़ों में सड़क हादसे
2024 में मध्यप्रदेश में कुल 56,669 सड़क हादसे हुए।
इनमें 13,661 लोगों की मौत हुई।
इनमें 53.8 फीसदी टू-व्हीलर चालक थे।
इनमें से भी 82 फीसदी ने हेलमेट नहीं पहना था।









